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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) दीक्षांत समारोह में शामिल हुए. प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं पहले भी बहुत सारे दीक्षांत समारोह में जा चुका है लेकिन यहां आना खास मौका है.
'हमारे अंदर का विद्यार्थी हमेशा जीवित रहे'
प्रधानमंत्री ने कहा कि महामना मदन मोहन मालवीय ने जो बीएचयू में किया, वहीं महात्मा गांधी ने बाद में गुजरात विद्यापीठ में किया. ये दोनों महापुरुष युवाओं को यह
पाठ पढ़ाना चाहते थे कि किस तरह देश के लिए योगदान दिया जाए. उन्होंने कहा, 'ये दीक्षांत समारोह है, हम ये कभी भी मन में न लाएं कि ये शिक्षांत समारोह है. प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि हमारे अंदर का विद्यार्थी हमेशा जीवित रहना चाहिए.
मंदिर में सेवादारों का हंगामा
सुरक्षाकर्मियों ने रविदास मंदिर के मुख्य पुजारी निरंजन दास को मंदिर में घुसने से रोका तो वहां मौजूद सेवादारों ने जमकर हंगामा किया. सुरक्षाकर्मियों का कहना है कि उन्होंने सुरक्षा कारणों से ही दास को अंदर जाने से रोका था.
भोज में हुए शामिल
रविदास मंदिर का दलितों के दिल में विशेष स्थान है. यहां पीएम ने आयंगर (सामूहिक रसोईघर में तैयार भोज) में हिस्सा लिया. हर साल पूर्वी उत्तरप्रदेश के इस शहर में श्री रविदास की जयंती मनाई जाती है जिसमें पंजाब से बड़ी संख्या में श्रद्धालु शिरकत करते हैं. मंदिर में कुछ समय बिताने के बाद मोदी बीएचयू जाएंगे जहां वह दीक्षांत समारोह में शिरकत करेंगे.
डॉक्टरेट की उपाधि लेने से किया मना
इससे पहले विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को मानद डॉक्टरेट की उपाधि से विभूषित करने की इच्छा जताई. बहरहाल मोदी ने इस पेशकश को ठुकरा दिया जिन्होंने कहा कि ‘इस तरह की डिग्री हासिल करने की उनकी कोई नीति नहीं है.’