
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'उड़ान' योजना के तहत गुरुवार को हिंडन एयर सिविल टर्मिनल का उद्घाटन किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि अबतक गाजियाबाद के हिंडन की पहचान सिर्फ वायु शक्ति के रूप में होती थी, लेकिन अब आम आदमी भी यहां से उड़ान भर सकेंगे. हवाई चप्पल पहनने वाला आम आदमी भी यहां से हवाई सफर कर पाएगा.
15 अप्रैल को पहली उड़ान
यहां से दूसरी उड़ान भरने वाली फ्लाइट भी कर्नाटक के गुलबर्गा एयरपोर्ट तक जाएगी. एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) ने 6 राज्यों के 8 शहरों के लिए यहां से विमान उड़ाने पर मुहर लगा दी है. यहां से उत्तर प्रदेश के अलावा महाराष्ट्र, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और उत्तराखंड के लिए यात्री उड़ान भर सकेंगे.
बहुत कम समय में बनकर हुआ तैयार
इंडिगो समेत चार छोटी विमान कंपनियों ने यहां से विमान उड़ाने में रुचि दिखाई है. हिंडन एयर सिविल टर्मिनल प्रोजेक्ट के नोडल अफसर एडीएम फाइनेंस सुनील कुमार सिंह का कहना है कि सिविलयन टर्मिनल के लिए हिंडन एयरफोर्स के रन-वे का ही इस्तेमाल किया जाएगा. हिंडन सिविल टर्मिनल बहुत कम समय में बनकर तैयार हुआ है. मोदी सरकार की मानें तो इस टर्मिनल का विचार नौ-दस महीने पहले आया था.AAI के मुताबिक एयरपोर्ट के अंदर काम तेजी से चल रहा है. अभी तकनीकी सुविधाएं और विकसित होनी हैं. सभी सुविधाएं उपलब्ध हो जाने के बाद यहां से सीधे अयोध्या, उत्तराखंड के पिथौरागढ़, महाराष्ट्र के नासिक, गुजरात के जामनगर, हिमाचल प्रदेश के शिमला और कर्नाटक के हुबली, गुलबर्गा और कन्नूर एयरपोर्ट के लिए फ्लाइटें मिल सकेंगी.
एयरपोर्ट अथॉरिटी की मानें तो 15 अप्रैल लोग यहां से उड़ान भर सकेंगे. पहले हफ्ते से रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत 80 सीटों वाले जहाज उड़ान भरेंगे. हिंडन पर उड़ानें शुरू होने से इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दबाव कम पड़ेगा. एक समय में हिंडन एयरपोर्ट की कैपेसिटी 150 यात्रियों की है.
गौरतलब है कि हिंडन एयरपोर्ट के शुरू होने से सबसे ज्यादा फायदा पूर्वी दिल्ली समेत गाजियाबाद, मेरठ, बागपत, गौतमबुद्ध नगर, हापुड़, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर के लोगों को मिलेगा, क्योंकि उन्हें फ्लाइट पकड़ने के लिए दिल्ली नहीं जाना पड़ेगा.