
करीब सवा 5 लाख स्क्वायर फीट में बना काशी विश्वनाथ धाम बनकर पूरी तरह तैयार है. इसे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर भी कहा जाता है. कॉरिडोर की भव्यता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसमें छोटी-बड़ी 23 इमारतें और 27 मंदिर हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे. इससे पहले पीएम मोदी कालभैरव मंदिर में मत्था टेकेंगे और फिर गंगा मार्ग से होते हुए गंगा घाट से जलभर बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक करेंगे. पीएम मोदी लोकार्पण मंदिर चौक में इसका लोकार्पण करेंगे.
विश्वनाथ मंदिर के प्रमुख अर्चक श्रीकांत ने बताया कि भव्य और दिव्य काशी विश्वनाथ धाम का निर्माण हुआ है. अब काशी विश्वनाथ आने वाले श्रद्धालुओं को गलियों, तंग संकरे रास्ते से नहीं गुजरना पड़ेगा. उन्होंने बताया कि सबसे पहले पीएम मोदी ललिता घाट से गंगा से कलश में गंगाजल लेकर आएगे और गर्भगृह में आकर पांच नदियों के जल से बाबा का अभिषेक करेंगे और षोडशोपचार के साथ पूजन करेंगे.
पीएम मोदी के ललिता घाट से आते ही 151 सदस्यों वाला डमरू दल लगातार डमरू का वादन करता दिखेगा. डमरू दल के प्रमुख राजेश उपाध्याय ने बताया कि पीएम मोदी के स्वागत के लिए वे तैयार हैं. मुख्य रूप से मंदिर चौक में डमरू का वादन होगा.
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गर्भगृह में पीएम मोदी और पुजारियों के अलावा कोई और नहीं रहेगा
वहीं नवगठित काशी विश्वनाथ न्यास परिषद के अध्यक्ष प्रो नागेंद्र पांडेय ने बताया कि चल रहे कॉरिडोर के काम से पीएम मोदी का लगाव रहा तभी इतना बड़ा काम हो सका है. ये संयोग है कि विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के ठीक पहले उनके न्यास का गठन हो गया. उन्होंने बताया कि पीएम मोदी उनके अतिथि रहेंगे और उनसे बाबा विश्वनाथ का पूजन कराया जाएगा. इस दौरान डमरू वादन, शंख वादन और वेद मंत्रों का पाठ भी होगा. हमारे सभी न्यास के सदस्य भी मौजूद रहेंगे. पूजन में बाबा को जल, फूल के अर्पण के साथ ही आरती भी पीएम मोदी के हाथों कराई जाएगी और पंचोपचार और षोडशोपचार पूजन विधि से पूजन भी कराया जाएगा. उन्होंने बताया कि जिस वक्त पीएम मोदी गर्भगृह में पूजन करेंगे तो उनके साथ कोई और नहीं रहेगा. उस समय सिर्फ पुजारी और न्यास से जुड़े लोग रहेंगे.
कॉरिडोर के उद्घाटन से पहले ही श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी
कॉरिडोर के उद्घाटन के पहले ही काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ गई है. कॉरिडोर घूमने और विश्वनाथ मंदिर के दर्शन करने भारी संख्या में श्रद्धालु मंदिर आने लगे है और घंटों के इंतजार और भीड़भाड़ से बचते हुए वे आसानी से दर्शन कर रहे हैं.
इस बारे में प्रयागराज से काशी आए नीरज श्रीवास्तव ने बताया कि हर 2-3 महीने में विश्वनाथ जी के दर्शन करने आता रहता हूं. जब से कॉरिडोर बन गया है, तब से श्रद्धालुओं को काफी सुविधा मिलने लगी है. वहीं दूसरे श्रद्धालु रेनू सिंह ने बताया कि पहले काफी संकरा रास्ता था, लेकिन अब खुला हुआ है. आने-जाने में धक्कामुक्की होती थी, लेकिन अब काफी बदल गया है.