
उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की सियासी बिसात बिछाई जाने लगी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सात महीने के बाद यूपी में होने वाले चुनाव के लिए बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने की कवायद शुरू करने जा रहे हैं. गुरुवार को मोदी अपने संसदीय क्षेत्र काशी को 1500 करोड़ रुपये से ज्यादा की योजनाओं की सौगात देंगे. इसमें स्वास्थ्य, विकास, जल निगम, ऊर्जा, सिंचाई आदि की परियोजनाएं शामिल हैं.
माना जा रहा है कि पीएम मोदी काशी की तरह यूपी के किसी न किसी जिले में हर महीने दौरा कर विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे. इसे 2022 के विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है. अगले साल फरवरी में विधानसभा चुनाव होने हैं और बीजेपी के लिए यूपी काफी राजनीतिक तौर पर ही नहीं बल्कि सियासी एजेंडे के तौर पर भी काफी अहम है. यूपी की सत्ता को बरकरार रखने के लिए पीएम मोदी ने खुद ही मोर्चा संभाल लिया है और सौगातों के जरिए बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाए रखना चाहते हैं.
कोरोना के बाद पीएम का काशी दौरा
कोरोना की दूसरी लहर के बाद पीएम पहली बार काशी के दौरे पर पहुंचेंगे और करीब पांच घंटे रहेंगे. इन पांच घंटों में पीएम काशी को डेढ़ हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की सौगात देंगे, जिनमें 736.38 करोड़ की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे जबकि 417.68 करोड़ की लागत की करीब 84 परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे. इन सौगातों में वह 14 अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट और रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर उद्घाटन करेंगे. रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर महादेव को प्रिय रुद्राक्ष की तर्ज पर बना है.
पीएम बीएचयू के सर सुन्दरलाल अस्पताल में 100 बेड के एमसीएच विंग का उद्घाटन करेंगे. इसके अलावा 33 किलोमीटर की पंचकोसी परिक्रमा मार्ग के चौड़ीकरण का उद्घाटन होगा. वाराणसी-गाजीपुर रोड पर 3 लेन फ्लाईओवर का उद्घाटन होगा. साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी हुई तमाम परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया जाएगा. वहीं, पीएम मोदी केन्द्रीय पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग एवं तकनीकी संस्थान का शिलान्यास करेंगे. वाराणसी के करखियांव में मैंगो एवं वेजिटेबल इंटीग्रेटेड पैकहाउस का भी शिलान्यास इस मौके पर होगा. पीएम मोदी के डीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का काम तेजी से चल रहा है, जिसका भी वह जायजा लेंगे.
इस दौरान, बनारस हिंदू विश्वविद्यलय के आईआईटी खेल मैदान में करीब 6000 लोग पहुंचेंगे, जिसमें शहर के प्रबुद्ध लोग और पार्टी के कार्यकर्ता होंगे. इन्हें पीएम संबोधित करेंगे. इसके साथ ही यहां डेढ़ सौ कोरोना वॉरियर्स से भी पीएम संवाद करेंगे. राजघाट से अस्सी घाट तक क्रूज वोट का संचालन शुरू किया जाएगा. इस तरह कुल 68 छोटे-बड़े उद्घाटन और शिलान्यास प्रधानमंत्री मोदी काशी में करने जा रहे हैं.
चुनावी लिहाज से अहम है मोदी का दौरा
दरअसल, बीजेपी काशी ही नहीं बल्कि पूर्वांचल पर पंचायत चुनाव में अपने खिसकते प्रभाव को साधने की कोशिश में जुट गई है. पूर्वांचल का सियासी मिजाज हर पांच साल के बाद बदल जाता है, जिसके चलते बीजेपी काफी संजीदा हो गई है. वहीं, यूपी में 350 पार का नारा अखिलेश यादव दे चुके हैं, इस पर भी बीजेपी की निगाह बनी हुई है.
अखिलेश यादव आम आदमी पार्टी की तर्ज पर मुफ्त बिजली और सरकारी नौकरियों के वादों पर दांव आजमा रहे हैं और मायावती भी अपने पारंपरिक वोट बैंक के भरोसे बंपर जीत का दावा ठोक चुकी हैं. वहीं, प्रियंका गांधी भी शुक्रवार को यूपी के सियासी रण में उतर रही हैं, जिसके चलते सूबे में 2022 के चुनाव की तपिश बढ़ना लाजिमी है.
यूपी के मौजूदा सियासी समीकरण को देखते हुए बीजेपी की ओर से पीएम मोदी खुद ही सियासी रण में उतरकर मोर्चा संभाल रहे हैं. माना जा रहा है कि पीएम मोदी इसी तरह से हर महीने यूपी के किसी न किसी जिले में दौरा कर विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे ताकि यूपी का सियासी माहौल बीजेपी के पक्ष में बरकरार रह सके. वहीं, योगी आदित्यनाथ भी लगातार दौरा कर माहौल को बनाए रखने में जुटे हुए हैं.
पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का पीएम करेंगे उद्घाटन
लखनऊ से गाजीपुर तक को जोड़ने वाला पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे लगभग बनकर तैयार है. 353 किमी. लंबा पूर्वांचल एक्सप्रेस वे लखनऊ, बाराबंकी, अयोध्या, अंबेडकरनगर, अमेठी, सुल्तानपुर, आज़मगढ़, मऊ और गाजीपुर से होकर गुजरेगा. इसका उद्घाटन पीएम मोदी 15 अगस्त के बाद करेंगे, जिसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद कह चुके हैं. पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास भी पीएम मोदी ने आजमगढ़ से किया था और अब उद्घाटन ऐसे समय किया जा रहा है जब सूबे के विधानसभा चुनाव में महज सात महीने का समय रह गया है. ऐसे में इसे सियासी तौर पर काफी अहम माना जा रहा है.
किसानों को फर्टिलाइजर प्लांट की सौगात
गोरखपुर और आसपास के किसानों को अक्टूबर तक फर्टिलाइजर प्लांट की भी सौगात मिलने जा रही है. गोरखपुर के दौर पर सीएम योगी ने खुद बताया था अक्टूबर में इसका निर्माण पूरा कर लिया जाएगा और अक्टूबर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका लोकार्पण करेंगे. 1990 में फर्टिलाइजर प्लांट बंद हो गया था, जिसे दोबारा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थापित करने की मंजूरी अपने पिछले कार्यकाल में दी थी. अब यूपी के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पीएम मोदी फर्टिलाइजर प्लांट का उद्घाटन कर पूर्वांचल के किसानों को बड़ी सौगात देंगे.
गोरखपुर में एम्स और रेलवे विद्युतीकरण
फर्टिलाइजर की तरह गोरखपुर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का लोकार्पण पीएम मोदी करेंगे. यह बात भी सीएम योगी ने पिछले दिनों गोरखपुर दौरे के पर कही थी. पूर्वांचल के देवरिया, कुशीनगर, सिद्धार्थनगर में मेडिकल कॉलेज बन रहा है जबकि बस्ती में क्रियाशील है. इन सारे मेडिकल कालेज का उद्घाटन भी पीएम मोदी के हाथों कराने की रूपरेखा तैयार की गई है.
पूर्वोत्तर रेलवे के 70 फीसदी रेलमार्गों पर इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनें चलने लगी हैं, जिसमें सभी मुख्य मार्ग शामिल हैं. रेलवे बोर्ड ने वर्ष 2023 तक सभी रेलमार्गों के विद्युतीकरण का लक्ष्य निर्धारित किया है. गोरखपुर-आनंदनगर रेलमार्ग का कार्य पूरा हो गया है. दिसंबर तक आनंदनगर-नौतनवां और आनंदनगर-बढ़नी रूट का कार्य भी पूरा कर लिया जाएगा. इसे भी पीएम मोदी के हाथों उद्घाटन कराने की योजना है.
गंगा एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास
यूपी में मेरठ से बलिया तक के लिए गंगा एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास यूपी चुनाव से कराने से पहले की है. गंगा एक्सप्रेस के लिए भूमि अधिग्रहण का काम तेजी से चल रहा है. यूपी के 20 जिलों में भूमि अधिग्रहण कर लिया गया है. इस परियोजना का शिलान्यास अक्टूबर या नवंबर में कराने की रूपरेखा यूपी सरकार ने तय की है, जिसे पीएम मोदी के हाथों के द्वारा कराए जाने की है. इसके अलावा कई केंद्रीय योजनाएं हैं, जिसे पीएम मोदी हरी झंडी देंगे. माना जा रहा है कि ये तमाम सौगात 2022 के चुनाव ऐलान से पहले कर दी जाएंगी.