
यूपी की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में 69000 शिक्षक भर्ती मामला बीते काफी समय से गर्माया हुआ है. इस भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठाए जा रहे हैं. शिक्षकों की भर्ती में धांधली का आरोप लगाया गया है. यह आरोप आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों ने लगाया है. शनिवार को सीएम आवास की ओर कैंडल मार्च निकालते समय अभ्यर्थियों की पुलिस से झड़प हो गई. इसी दौरान पुलिस ने उन्हें लाठियों से जमकर पीट दिया.
ऐसे में कई अभ्यर्थियों ने रेलिंग से कूदकर अपनी जान बचाई. बता दें कि लखनऊ में 69000 सहायक शिक्षक भर्ती मामले में अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर कैंडल मार्च कर रहे थे. इस दौरान पुलिस ने जब रोकने की कोशिश की तो जमकर झड़प हुई. ना मानने पर पुलिस ने अभ्यर्थियों पर जमकर लाठीचार्ज किया और दौड़ा-दौड़ा कर पीटा.
पिछले कई महीनों से 69000 शिक्षक भर्ती को लेकर अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर लखनऊ में प्रदर्शन कर रहे हैं. उनका कहना है कि 22000 हज़ार सीटों को जोड़ा जाए, जिसको लेकर आज अपनी मागों को लेकर अभ्यर्थी 1090 चौराहे से मुख्यमंत्री आवास तक कैंडल मार्च निकाल रहे थे. जब पुलिस ने सभी अभ्यर्थियों को रास्ते में रोकने की कोशिश तो पुलिस से झड़प हो गई. पुलिस ने अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज कर दिया.
इससे पहले शनिवार सुबह बीजेपी कार्यालय के बाहर भीख मांग कर विरोध प्रदर्शन किया था. शाम होते ही 1090 चौराहा से मुख्यमंत्री आवास की तरफ प्रदर्शन करने जा रहे थे. अभ्यर्थी पांच महीने से लगातार अपनी मांगों को लेकर एससीईआरटी कार्यालय पर प्रदर्शन कर रहे हैं.
विभाग नहीं दिखा रहा गंभीरता, अटकी पड़ी भर्ती प्रक्रिया
शनिवार को भर्ती में धांधली का आरोप लगाने वाले 69000 अभ्यर्थियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया. अभ्यर्थी राजधानी लखनऊ के 1090 चौराहा से मुख्यमंत्री आवास की तरफ बढ़ रहे थे. इसी दौरान बड़ी संख्या में तैनात पुलिस बल ने अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज कर दिया. कई अभ्यर्थियों को चोट आ गई. पुलिस ने अभ्यर्थियों को पूरे रास्ते दौड़ा-दौड़ा कर पीटा है. अभ्यर्थी इस मामले को लेकर कह चुके हैं कि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. शिक्षा विभाग गंभीरता नहीं दिखा रहा है, जिसकी वजह से भर्तियां नहीं हो पा रही हैं.