
10 जून की हिंसा पर यूपी सरकार एक्शन में है. प्रयागराज में फिर बुलडोजर निकल सकता है. कल मुख्य आरोपी जावेद का घर 4 घंटे में धराशाई हुआ, अब बाकियों की बारी है. जुमे की हिंसा पर अब तक 325 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं. हर किसी कि कुंडली तलाशी जा रही है. अवैध संपतियों की लिस्ट बनाई जा रही है, ताकि हिंसा का हिसाब बुलडोजर ले सके.
प्रयागराज हिंसा के मुख्य आरोपी जावेद के घर पर चले बुलडोजर पर बवाल शुरू हो गया है. आरोपी जावेद के वकील केके राय ने कहा कि उनकी पत्नी के नाम पर दर्ज मकान को गैरकानूनी ढंग से गिराया है, प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने पहले कभी कोई नोटिस नहीं दिया, 24 घंटे से कम वक्त का नोटिस देकर पूरे परिवार को बेघर किया गया है.
'पुलिस ने गैरकानूनी ढंग से गिराया बिल्डिंग'
मुख्य आरोपी जावेद के वकील केके राय ने कहा, 'मोहम्मद जावेद ना सिर्फ मेरे मुवक्किल हैं, बल्कि मेरे बहुत पुराने दोस्त हैं. इस शहर की अमन-चैन के लिए हमेशा उन्होंने काम किया है. पुलिस प्रशासन ने अनाधिकृत तौर पर उनकी पत्नी के नाम पर दर्ज मकान को गैरकानूनी ढंग से गिराया है. पीडीए के पैसे से ही मोहम्मद जावेद का मकान बनवाएंगे.'
'हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट कर लड़ाई लड़ेंगे'
केके राय ने कहा, 'जुमे की नमाज के बाद जावेद अपने लोगों को अमन-चैन बरकरार रखने के लिए वॉट्सऐप पर मैसेज भेज रहे थे, वह मैसेज मुझे भी मिला था. हमने प्रयागराज पुलिस व विकास प्राधिकरण की मनमानी के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका डाली है. जरूरत पड़ेगी तो अधिवक्ता मंच की तरफ से सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ेंगे.'
'मेरे नाना ने मां को गिफ्ट में दिया था मकान'
इस बीच जावेद मोहम्मद की बेटी सुमैया ने आजतक से बातचीत में दावा किया कि जो मकान प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने गिराया वो मेरी मां को नाना ने गिफ्ट किया था. उन्होंने बताया कि जो मकान गिराया गया सरकारी दस्तावेजों में वह मेरी मां के नाम से है. मेरे पिता की कमाई से ना तो जमीन खरीदी गई थी ना ही मकान बना था.
'तीन दिन से मेरी बहन का पता नहीं है'
जावेद की बेटी सुमैया ने बताया कि शुक्रवार को जब हिंसा हुई तो मेरे अब्बू नमाज के बाद सीधे घर आए थे. फोन पर लोगों को किसी भी तरह के हिंसक प्रदर्शन के लिए मना कर रहे थे. उन्होंने बताया कि मेरी बहन फातिमा जेएनयू से पढ़ाई करने के बाद प्रयागराज से पीएचडी कर रही है, 3 दिन से उनका भी पता नहीं चल रहा, पुलिस कुछ बता नहीं रही है.
आरोपों पर पीडीए की अपनी दलील
हालांकि, जावेद के घर पर बुलडोजर चलने के मामले में पीडीए की अपनी दलील है. पीडीए के एक अधिकारी ने बताया कि जावेद का मकान पीडीए से नक्शा पास कराए बगैर बनाया गया था, जिसके लिए उसे 10 मई, 2022 को नोटिस जारी किया गया था और उसे अपना पक्ष रखने के लिए 24 मई, 2022 की तारीख दी गई थी.
पीडीए के अधिकारी ने बताया कि निर्धारित तिथि पर जावेद या फिर उनका वकील नहीं आया और ना ही कोई अभिलेख प्रस्तुत किया गया, इसलिए 25 मई को ध्वस्तीकरण आदेश पारित किया गया, इसके बाद हमने कार्रवाई शुरू की, 12 जून को मकान ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई.
हिंसा के मामले में अब तक 325 आरोपी गिरफ्तार
10 जून की हिंसा मामले में अब तक 325 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. सबसे ज्यादा 92 गिरफ्तारी प्रयागराज में हुई. उसके बाद सहारनपुर का नंबर आता है, जहां 80 आरोपियों को धर दबोचा गया. वहीं हाथरस में 51, अंबेडकर 41, मुरादाबाद में 35 और फिरोजबाद में 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.