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यूपी चुनाव की तैयारियों के लिए रायबरेली पहुंचीं प्रियंका गांधी, स्वागत करने के लिए भिड़े कांग्रेसी

उत्तर प्रदेश चुनाव की तैयारियों के लिए इन दिनों कांग्रेस महासचिव प्रदेश का दौरा कर रही हैं. पहले दो दिन वह लखनऊ में रहीं, जहां पर नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ कई अहम बैठकें कीं और अब रविवार को प्रियंका रायबरेली पहुंचीं.

प्रियंका गांधी (फाइल फोटो) प्रियंका गांधी (फाइल फोटो)
शैलेन्द्र प्रताप सिंह
  • रायबरेली,
  • 12 सितंबर 2021,
  • अपडेटेड 5:52 PM IST
  • कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी रायबरेली पहुंचीं
  • प्रियंका गांधी का स्वागत करने के लिए आपस में भिड़ गए कांग्रेसी

उत्तर प्रदेश चुनाव की तैयारियों के लिए इन दिनों कांग्रेस महासचिव प्रदेश का दौरा कर रही हैं. पहले दो दिन वह लखनऊ में रहीं, जहां पर नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ कई अहम बैठकें कीं और अब रविवार को प्रियंका रायबरेली पहुंचीं. रायबरेली सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती रही है और यहीं से प्रियंका की मां और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी सांसद हैं. रायबरेली पहुंचते ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं का प्रियंका का स्वागत करने के लिए हुजूम उमड़ पड़ा. इसी दौरान कुछ कांग्रेसी नेता आपस में भिड़ भी गए.

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प्रियंका गांधी की रायबरेली आगमन के दौरान कांग्रेसी कार्यकर्ता आपस में ही बहस करने लगे. बछरावां में चौराहे पर जिन्हें स्वागत के लिए लगाया गया था, उनमें उत्तर प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेता सुशील पासी भी आ गए, जिसके बाद कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की आपस में बहसबाजी हो गई. यह पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई. दरअसल, वहां पर मौजूद नेता ने सुशील पासी से कहा कि आखिर यहां पर उनकी स्वागत में ड्यूटी लगाई गई है तो आप कैसे आ गए, जिस पर सुशील पासी बिफर पड़े.

हनुमान मंदिर में प्रियंका ने किए दर्शन
रायबरेली जिले में बॉर्डर पर पहुंचते ही महासचिव प्रियंका गांधी ने सबसे पहले  चूरूवा स्थित हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना की. उन्होंने भगवान के सामने मत्था टेका और मंदिर के पुजारी से आशीर्वाद लिया. पहले भी प्रियंका गांधी इस मंदिर में कई बार मत्था टेककर रायबरेली आगमन की शुरुआत करती रही हैं.

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यूपी चुनाव के लिए प्रियंका ने बनाई खास रणनीति
वहीं, लखनऊ दौरे पर प्रियंका गांधी ने यूपी चुनाव के लिए एक खास रणनीति बनाई है. उन्होंने कांग्रेस छोड़ चुके पुराने नेताओं और कार्यकर्ताओं के बारे में संगठन के पदाधिकारियों व सचिवों से सवाल-जवाब किया. उन्होंने यह जानने की कोशिश की कि आखिर किन वजहों से कांग्रेस के कई नेता दूसरी जगह चले गए या फिर ज्यादा सक्रिय नहीं हैं. प्रियंका ने उन नेताओं को वापस बुलाने के लिए हर कोशिश करने के भी निर्देश दिए और कहा कि यदि जरूरत पड़ती है तो वह खुद चलकर उन नेताओं तक जाएंगी या फिर फोन के जरिए बातचीत करेंगी.

 

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