
लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा लगातार केंद्र और राज्य सरकार पर हमलावर हैं. प्रियंका सोमवार को मौन व्रत रखने वाली हैं. उन्होंने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को पद से हटाने की मांग की है और इसी को लेकर आज सुबह दस बजे से दोपहर एक बजे तक मौन व्रत रखेंगी.
प्रियंका गांधी वाड्रा के मौन व्रत को लेकर लखनऊ के सभी पदाधिकारियों को सोमवार को सुबह 9 बजे तक प्रदेश कांग्रेस दफ्तर पहुंचने के लिए कहा गया है. इसके बाद प्रियंका गांधी दस बजे से मौन व्रत की शुरुआत कर सकती हैं, जोकि तीन घटों तक चलेगा.
मालूम हो कि लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा को लेकर प्रियंका गांधी काफी सक्रिय रही हैं. वह अन्य विपक्षी नेताओं से पहले लखीमपुर खीरी के लिए लखनऊ से रवाना हो गई थीं. हालांकि, सीतापुर में उन्हें हिरासत में ले लिया गया, लेकिन बाद में उन्हें और राहुल गांधी समेत अन्य नेताओं को पीड़ित के परिजनों से मुलाकात करने की अनुमति दे दी गई थी.
'सब मिले हुए हैं तो न्याय के लिए जनता किसके पास जाए?'
यूपी के वाराणसी में प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को किसान न्याय रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ पर जमकर निशाना साधा. प्रियंका ने कहा, ''लखीमपुर खीरी में जो हुआ. इस देश के गृह राज्यमंत्री के बेटे ने अपने गाड़ी के नीचे 6 किसानों को निर्ममता से कुचल दिया और सब परिवार, 6 के 6 परिवार कहते हैं कि हमें पैसे नहीं चाहिए, हमें मुआवजा नहीं चाहिए, हमें न्याय चाहिए. लेकिन हमें न्याय दिलवाने वाला नहीं दिख रहा है. सारे परिवारों ने मुझसे कहा कि उन्हें न्याय मिलने की उम्मीद नहीं है. अगर सरकार, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री, गृह राज्यमंत्री, विधायक सभी मिले हुए हैं तो जनता किसके पास जाए.'' उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री लखनऊ आ सकते थे आजादी के प्रदर्शन को देखने के लिए, लेकिन वह दो घंटे की दूरी पर लखीमपुर नहीं गए.