यूपी चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की सौगात दी. 341 किलोमीटर लंबा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पूर्वी और पश्चिमी यूपी को जोड़ेगा. एक्सप्रेस-वे लखनऊ के चांद सराय से शुरू होगा और गाजीपुर तक पहुंचेगा. इसे बनाने में 22 हजार 497 करोड़ रुपये का खर्चा आया है. ये एक्सप्रेस-वे 9 जिलों लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से होकर निकलेगा. प्रधानमंत्री मोदी ने जुलाई 2018 में आजमगढ़ से इसकी आधारशिला रखी थी.
C-130J हरक्यूलिस ग्लोबमास्टर विमान से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वापस दिल्ली लौट चुके हैं.
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर एयर शो समाप्त हो गया है. इस एयर शो में राफेल, सुखोई और मिराज जैसे लड़ाकू विमानों ने टच एंड गो ऑपरेशन के तहत करतब दिखाया. इस एयर शो को देखने के बाद प्रधानमंत्री वापस लौट रहे हैं.
पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर मिराज 2000 लैंड किया.
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के बाद अब सुल्तानपुर में बनी हवाई पट्टी पर एयर शो हो रहा है. इस एयर शो में राफेल, सुखोई और मिराज जैसे लड़ाकू विमान टच एंड गो ऑपरेशन कर रहे हैं. यानी, विमान उड़ते हुए आते हैं और जमीन छूते ही दोबारा उड़ जाते हैं. ये हवाई पट्टी 3.2 किमी लंबी है. इसे जंग जैसे हालात की तैयारी के तौर पर बनाया गया है.
उन्होंने कहा कि आज इस कार्यक्रम में यूपी के लोगों की कोरोना वैक्सीनेशन के लिए बेहतरीन काम करने के लिए प्रशंसा करना चाहता हूं. यूपी ने 14 करोड़ टीके लगाकर अपने राज्य को, देश ही नहीं, बल्कि दुनिया में अग्रणी भूमिका में खड़ा किया है. दुनिया के अनेक देशों की तो इतनी आबादी तक नहीं है. मैं यूपी के लोगों के लिए इस बात की भी सराहना करूंगा कि उसने भारत में बनी वैक्सीन के खिलाफ किसी भी राजनीतिक अपप्रचार को टिकने नहीं दिया. यहां के लोगों के जीवन से खिलवाड़ की साजिश को परास्त कर दिया है. यूपी की जनता इन्हें इसी तरह आगे भी परास्त करते रहेगी.
पीएम मोदी ने कहा कि चौतरफा विकास के लिए हमारी सरकार मेहनत कर रही है. कनेक्टिविटी के साथ ही यूपी में बुनियादी सुविधाओं में भी प्राथमिकता दे रही है. इसका लाभ नारी शक्ति को हुआ है. गरीब बहनों को जब उनका पक्का घर मिल रहा है तो उनको परेशानियों से मुक्ति मिल रही है. मुफ्त बिजली और गैस कनेक्शन से भी परेशानी दूर हो गई है. टॉयलेट के अभाव में घर और स्कूल में परेशानी बेटी-बहनों को होती थी. अब घर भी सुख है और बेटियों को भी बिना किसी हिचक के पढ़ाई का रास्ता भी मिला है.
उन्होंने कहा कि जो अपने समय में असफल रहे, वो योगीजी की सफलता नहीं देख पा रहे हैं. जो सफलता देख नहीं पा रहे हैं, वो इसे कैसे पचा पाएंगे. मोदी ने कहा कि उनका विचलित होना स्वाभाविक है. पीएम मोदी ने आखिर में फिर से पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की सबको बधाई दी.
पीएम मोदी ने कहा कि एक व्यक्ति घर भी बनाता है तो पहले रास्तों की चिंता करता है, मिट्टी की जांच करता है, दूसरे पहलुओं पर विचार करता है, लेकिन यूपी में हमने ऐसी सरकारों का दौर देखा है जिन्होंने कनेक्टिविटी की चिंता किए बिना ही बड़े बड़े सपने दिखाए. परिणाम ये हुआ कि यहां कारखानों में ताले लग गए. ये भी दुर्भाग्य रहा कि दिल्ली और लखनऊ दोनों ही जगहों पर, परिवारवादियों का ही दबदबा रहा. सालों साल तक परिवारवादियों की यही पार्टनरशिप यूपी की आकांक्षाओं को कुचलती रही.
पीएम ने कहा कि सुल्तानपुर के सपूत श्रीपति मिश्रा के साथ भी तो यही हुआ था, जिनका जमीनी अनुभव और कर्मशीलता ही पूंजी थी, परिवार के दरबारियों ने उनको अपमानित किया. ऐसे कर्मयोगियों का अपमान यूपी के लोग कभी नहीं भुला सकते. आज यूपी में डबल इंजन की सरकार यूपी के सामान्य जन को अपना परिवार मानकर काम कर रही है. यहां जो कारखाने लगे हैं, जो मीलें हैं, उनको चलाने के साथ-साथ नए निवेश के लिए माहौल बना रही है. यूपी में आज सिर्फ 5 साल की योजना नहीं बन रही, बल्कि इस दशक की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए, इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाया जा रहा है. पूर्वी और पश्चिमी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से यूपी को पूर्वी और पश्चिमी समुद्री तट से जोड़ने के पीछे यही सोच है. किसानों का सामना दुनिया के बाजारों तक पहुंच पाएगा.
मोदी ने कहा कि 340 किमी एक्सप्रेस वे की विशेषता सिर्फ यही नहीं है कि लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, मऊ, आजमगढ़ और गाजीपुर को जोड़ेगा. इसकी विशेषता ये है कि लखनऊ से उन शहरों को जोड़ेगा जिनमें विकास की असीम आकांक्षा है, विकास की बड़ी संभावना है. आज यूपी सरकार योगीजी के नेतृत्व में 22 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए हों, लेकिन भविष्य में ये लाखों करोड़ों के उद्योंगों को यहां लाने का माध्यम बनेगा.
पीएम ने कहा कि आज यूपी में जिन नए एक्सप्रेस वे पर काम हो रहा है, वो किस तरह शहरों को जोड़ने वाले हैं. करीब 300 किमी का बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर, महोबा, जालौन, औरैया और इटावा को जोड़ेगा. 90 किमी गोरखपुर एक्सप्रेस वे गोरखपुर, अंबेडकरनगर, संत कबीर नगर और आजमगढ़ को जोड़ेगा. 600 किमी का गंगा एक्सप्रेस वे मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोगा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज को जोड़ेगा. मुझे बताएं इनमें से कितनी बड़े शहर माने जाते हैं. यूपी के लोग इन सवालों का जवाब जानते भी हैं और समझते भी हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि पहले यूपी में कितनी बिजली कटौती होती थी, इसे कौन भूल सकता है. कौन भूल सकता है कि यूपी में कानून व्यवस्था की क्या हालत थी. कौन भूल सकता है कि यूपी में मेडिकल सुविधाओं की क्या स्थिति थी. यूपी में तो हालत ऐसे बना दिए गए थे कि यहां सड़कों पर राह नहीं होती थी, राहजनी होती थी. अब राहजनी करने वाले जेल में हैं और राहजनी नहीं, गांव-गांव नई राह बन रही है, नई सड़कें बन रही है. बीते साढ़े 4 साल में यूपी में चाहे पूरब हो या पश्चिम, हजारों गांवों को नई सड़कों से जोड़ा गया है, हजारों किमी नई सड़कें बनाई गई हैं. अब आप सभी के सहयोग से, यूपी सरकार की सक्रिय भागीदारी से, यूपी के विकास का सपना अब साकार होता दिख रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि आज यूपी में नए मेडिकल कॉलेज बन रहे हैं, एम्स बन रहे हैं, आधुनिक शिक्षा संस्थान बन रहे हैं. कुछ हफ्ते पहले कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का लोकार्पण किया और आज पूर्वांचल एक्सप्रेस वे आपको सौंपने का सौभाग्य मिला है.
उन्होंने कहा कि इस एक्सप्रेस वे का लाभ गरीब को भी होगा और मध्यम वर्ग को भी, किसान की इससे मदद होगी और व्यापारी के लिए भी सुविधा होगी. श्रमिक, उद्यमी को भी लाभ होगा. दलित, युवा, पिछड़े, किसान, हर व्यक्ति को इसका फायदा होगा. निर्माण के दौरान भी इतने हजारों साथियों को रोजगार दिया और अब शुरू होने के बाद भी लाखों नए रोजगार के निर्माण का माध्यम बनेगा. ये भी एक सच्चाई थी कि यूपी जैसे विशाल प्रदेश में पहले एक शहर दूसरे शहर से काफी हद तक कटा हुआ था. अलग-अलग हिस्सों में लोग जाते तो थे, लेकिन एक-दूसरे शहरों में कनेक्टिविटी न होने से परेशान रहते थे. पूरब के लोगों के लिए लखनऊ पहुंचना भी महाभारत जीतने जैसा होता था. पिछले मुख्यमंत्रियों के लिए परिवार तक ही विकास सीमित था, लेकिन आज जितना पश्चिम का सम्मान है,उतनी ही पूर्वांचल के लिए भी प्राथमिकता है. ये एक्सप्रेस वे आज यूपी को आपस में जोड़ रहा है. इसके बनने से अवध, पूर्वांचल के साथ-साथ बिहार के लोगों को भी फायदा होगा. दिल्ली से बिहार आना-जाना और आसान हो जाएगा.
पीएम मोदी ने कहा कि 2014 में जब मुझे सेवा का मौका दिया तो मैंने यहां के सांसद के नाते, प्रधानसेवक के नाते, मैंने उसकी बारीकियों में जाना शुरू किया. गरीबों को पक्के घर मिले, गरीबों के घर में शौचालय हो, महिलाओं को खुले में शौच के लिए बाहर न जाना पड़े, सबके घर में बिजली हो, ऐसे कितने ही काम थे, जो यहां किए जाने जरूरी थे. लेकिन मुझे बहुत पीड़ा है कि तब यूपी में जो सरकार थी, उसने मेरा साथ नहीं दिया. इतना ही नहीं, सार्वजनिक रूप से मेरे बगल में खड़े होने में भी, उन्हें वोट बैंक नाराज होने से डर लगता था. उनको इतनी शर्म आती थी क्योंकि काम का हिसाब देने के लिए उनके पास कुछ था ही नहीं. मुझे मालूम था कि जिस तरह तब की सरकार ने, योगीजी के आने से पहले वाली सरकार ने, यूपी के लोगों के साथ नाइंसाफी की, जिस तरह विकास में भेदभाव किया, जिस तरह सिर्फ अपने परिवार का हित साधा, यूपी के लोग ऐसा करने वालों को हमेशा के लिए यूपी के विकास के रास्ते से हटा देंगे. मोदी ने कहा कि आपने अपनी सेवा का मौका दिया और आज यूपी में हो रहे विकास कार्यों को देखकर मैं कह सकता हूं कि इस क्षेत्र का, यूपी का भाग्य बदलना शुरू हो गया है और तेज गति से बदलने वाला भी है.
उन्होंने कहा कि मैं इस एक्सप्रेस वे को समर्पित करते हुए अपने आप में धन्य महसूस कर रहा हूं. देश का संपूर्ण विकास करने के लिए देश का संतुलित विकास भी उतना ही आवश्यक है. कुछ क्षेत्र विकास की दौड़ में आगे चले जाएं और कुछ दशकों पीछे रह जाएं, ये असमानता किसी भी देश के लिए ठीक नहीं है. भारत में भी जो हमारा पूर्वी हिस्सा रहा है, ये पूर्वी भारत नॉर्थ ईस्ट के राज्य, विकास की इतनी संभावना होने के बावजूद इन्हें देश में हो रहे विकास का उतना लाभ नहीं मिला, जितना मिलना चाहिए था. यूपी में भी जिस तरह की राजनीति हुई, जिस तरह से लंबे समय तक सरकारें चलीं, उन्होंने यूपी के संपूर्ण विकास पर ध्यान ही नहीं दिया. यूपी का ये क्षेत्र तो माफियावाद और यहां के नागरिकों को गरीबी के हवाले कर दिया गया था.
पीएम मोदी ने कहा कि जिसे भी यूपी के सामर्थ्य पर संदेह हो, वो यहां आकर यूपी का सामर्थ्य देख सकता है. 3-4 साल पहले जहां सिर्फ जमीन थी, अब वहां से होकर इतना आधुनिक एक्सप्रेस-वे गुजर रहा है. जब 3 साल पहले मैंने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया था,तो ये नहीं सोचा था कि एक दिन उसी एक्सप्रेस वे पर विमान से मैं खुद उतरूंगा. ये एक्सप्रेस वे यूपी को तेज गति से बेहतर भविष्य की ओर ले जाएगा. ये एक्सप्रेसवे यूपी के विकास का एक्सप्रेसवे है. ये यूपी की प्रगति का एकस्प्रेसवे है. ये नए यूपी के निर्माण का एक्सप्रेस वे है. ये यूपी की मजबूत होती अर्थव्यवस्था का एक्सप्रेस वे है. ये यूपी में आधुनिक होती सुविधाओं का प्रतिबिंब है. ये यूपी की दृढ़ इच्छाशक्ति का प्रकटीकरण है. ये यूपी में संकल्पों की सिद्धि का जीता जागता प्रमाण है. ये यूपी की शान है. ये यूपी का कमाल है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जिस धरती पर हनुमानजी ने कालनेमि का वध किया, उस धरती के लोगों के मैं पैर लागता हूं. यहां की मिट्टी में आजादी की लड़ाई की खुशबू आती है इस पावन धरती को आज पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की सौगात मिल रही है, जिसका आप बहुत दिन से इंतजार कर रहे थे. आप सभी को बहुत-बहुत बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 बजकर 55 मिनट पर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटल कर दिया. इसके बाद एक फिल्म भी दिखाई गई. इससे पहले अपने संबोधन में सीएम योगी ने 'जय हिंद' और 'जय-जय श्रीराम' का नारा लगाया.
एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन समारोह में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महज तीन साल में ही इसका काम पूरा हो गया. उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड को भी नए एक्सप्रेस वे के साथ जोड़ने की तैयारी चल रही है. इसी तरह पश्चिमी यूपी को पूर्वी यूपी से जोड़ने के लिए गंगा एक्सप्रेस-वे का काम कुछ ही दिन में तैयार होने जा रहा है. उन्होंने बताया कि अगले महीने तक कानपुर की मेट्रो की व्यवस्था भी खुल जाएगी. 2017 तक लखनऊ और वाराणसी एयरपोर्ट ही जुड़े थे, आज प्रदेश के अंदर 9 एयरपोर्ट पूरी तरह फंक्शनल हैं. 11 नए एयरपोर्ट पर काम चल रहा है. ये नए भारत के नए यूपी की तस्वीर है.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री मोदी को अयोध्या में बन रहे राम मंदिर की रेप्लिका भेंट की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुल्तानपुर पहुंच गए हैं. उनके हरक्युलिस विमान ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर बनी हवाई पट्टी पर उतरा. थोड़ी ही देर में पीएम मोदी एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करेंगे.
थोड़ी देर में पीएम मोदी का विमान सुल्तानपुर में लैंड करने वाला है. सुल्तानपुर के आसपास काफी भीड़ इकट्ठी हो चुकी है. पीएम मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हरक्युलिस विमान से सुल्तानपुर में तैयार हवाई पट्टी पर उतरेंगे. इसके बाद पीएम मोदी की यहां एक जनसभा भी होगी. रैली के बाद 45 मिनट का एयर शो भी होगा, जिसमें वायुसेना के लड़ाकू विमान अपना जलवा दिखाएंगे.
प्रधानमंत्री मोदी का C130 हरक्युलिस विमान सवा 1 बजे सुल्तानपुर में बनी हवाई पट्टी पर उतरेगा. इसके बाद पीएम मोदी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करेंगे.
(इनपुटः मिलन शर्मा)
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन दोपहर करीब 1:30 बजे होगा. उद्घाटन के बाद भारतीय वायु सेना द्वारा एक्सप्रेस-वे पर निर्मित 3.2 किमी लंबी हवाई पट्टी पर एक एयर शो होगा. सुखोई, मिराज, जगुआर सहित वायुसेना के 11 विमान करतब दिखाएंगे.
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे बनकर तो तैयार हो गया है और इस पर आज से ही आवाजाही शुरू हो जाएगी. लेकिन अभी भी कुछ सुविधाएं यहां नहीं हैं. 341 किलोमीटर के सफर में ना तो रास्ते में पेट्रोल मिलेगा ना ही टॉयलेट और अगर गाड़ी खराब हुई तो गैराज भी नहीं मिलेगा. इतना ही नहीं, खाने-पीने की भी व्यवस्था अभी नहीं हुई है. हालांकि, सरकार का कहना है कि इनके इंतजाम किए जा रहे हैं. UPEIDA का कहना है कि एक्सप्रेस-वे पर 8 जगहों पर फ्यूल पंप और 4 जगहों पर सीएनजी स्टेशन बनाए जाने हैं
इस एक्सप्रेस-वे पर 18 फ्लाईओवर, 7 रेलवे ओवरब्रिज, 7 दीर्घ सेतु, 104 लघु सेतु, 13 इंटरचेंज, 5 रैम्प प्लाजा, 271 अंडरपासेज और 525 पुलियों का निर्माण कराया गया है.
अयोध्या से शुरू हुआ चुनावी दांव अब पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तक पहुंच गया है. यही वजह है कि पूर्वांचल की सियासी बिसात पर अभी से गोटियां बिछने लगी हैं. 20 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सौगात देकर विकास के नाम पर पूर्वांचल की सियासी चौसर मजबूत पासा फेंका था. अब 16 नवंबर को पूर्वांचल एक्सप्रेस वे इसी कड़ी में दूसरा बड़ा दांव माना जा रहा है.
दरअसल, तमाम पार्टियां अपने सियासी पैंतरे से पूर्वांचल को साधने की जुगत में हैं, लेकिन पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के दांव से बीजेपी विरोधियों पर 21 पड़ सकती है. 2022 का चुनावी मुद्दा क्या होगा ये उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल ने लगभ सेट कर दिया है. साफ है यूपी के सियासी दरबार की राह ही पूर्वांचल से होकर जाती है और उसी राह पर अब बीजेपी एक्सप्रेस वे की रफ्तार पकड़ना चाहती है.
एक अनुमान के मुताबिक, 340 किलोमीटर का पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का सफर तय करने में करीब 4 घंटे का वक्त लगेगा और इस एक्सप्रेस-वे के जरिए सरकार को टोल से 202 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होगा. फिलहाल लोगों को टोल टैक्स नहीं देना पड़ेगा. यानी अभी कुछ दिन यह सफर मुफ्त रहेगा. दरअसल, ये टोल टैक्स वसूलने का काम निजी कंपनी को दिया जाएगा. यह कंपनी जल्द प्रति किमी के हिसाब से टोल की दरें तय करेगी और इसके बाद टोल बूथ पर टोल लगेगा. माना जा रहा है कि इसकी दरें लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे की दरों के आसपास ही रखी जाएंगी.
ये एक्सप्रेस वे जनपद लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ तथा गाजीपुर से होकर निकलेगा. सरकार का दावा है कि यह एक्सप्रेसवे न सिर्फ उद्योग धंधों का मार्ग प्रशस्त करेगा, बल्कि क्षेत्रीय लोगों को बड़ी संख्या में रोजगार भी उपलब्ध कराएगा. पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को गाजीपुर से बिहार को जोड़ने के प्रस्ताव पर भी काम चल रहा है.
341 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेस-वे ना सिर्फ गाजीपुर, बलिया और आजमगढ़ समेत आसपास के जिलों के विकास को तेज करेगा बल्कि यहां के पिछड़ेपन को भी दूर करेगा. इस एक्सप्रेस-वे पर सफर करने वालों को फिलहाल टोल टैक्स नहीं भरना होगा. 9 जिलों को जोड़ने वाले इस एक्सप्रेसवे से गाजीपुर से दिल्ली पहुंचने में महज 10 घंटे लगेंगे. साथ ही राजधानी से पूर्वांचल के आखिरी छोर तक सीधी कनेक्टिविटी हो जाएगी. इसके अलावा यूपी के साथ बिहार का भी रास्ता आसान होगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की सौगात देने जा रहे हैं. सुल्तानपुर जिले के करवल खीरी में पीएम मोदी 341 किलोमीटर लंबे इस पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करेंगे.
14 जुलाई, 2018 को PM मोदी ने आजमगढ़ में इसकी आधारशिला रखी थी. इस एक्सप्रेसवे का कुल परियोजना मूल्य 22,494 करोड़ रुपये है, जिसे बनाने में करीब 36 महीने लगे हैं.