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UP: ग्रेटर नोएडा में खुले आसमान के नीचे दो दिनों से भीग रहे हैं 100 टन गेहूं

दादरी के किसान सहकारी संघ पर पिछले करीब एक महीने से गेहूं क्रय केंद्र संचालित हो रहा है. गोदाम की हालत खराब है बिल्डिंग पूरी तरह से टूटी हुई है लेकिन गेहूं की खरीद फरोख्त का काम चल रहा है. पिछले 2 दिनों से लगातार बारिश हो रही है और खुले आसमान के नीचे बारिश में यूं ही भीग रहा है.

बारिश में भीगकर बर्बाद हुआ गेहूं (फोटो- आजतक) बारिश में भीगकर बर्बाद हुआ गेहूं (फोटो- आजतक)
तनसीम हैदर
  • ग्रेटर नोएडा,
  • 20 मई 2021,
  • अपडेटेड 8:07 AM IST
  • बारिश में भीगकर बर्बाद हो रहा है गेहूं
  • पिछले दो दिनों से लगातार हो रही है बारिश
  • खुले आसमान के नीचे पड़ी हैं 100 टन गेहूं

कोरोना महामारी की वजह से देश के हालात खराब हैं. रोजमर्रा की कमाई करने वाले मजदूर रोटी रोटी को मोहताज हैं. रोजगार की तलाश है दो वक्त की रोटी जुटाना मुश्किल हो रहा है. ऐसे में ग्रेटर नोएडा जिला प्रशासन ने बड़ी लापरवाही बरती है. दादरी के सहकारी संघ पर करीब 100 टन अनाज दो दिनों से पड़ रही बारिश में भीग रहा है

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. गेहूं की बोरियां तेज बारिश पड़ने से बर्बाद हो गई हैं. दूसरी ओर पिछले 2 दिन से हो रही लगातार बारिश के बाद भी जिला प्रशासन ने इस मामले में कोई संज्ञान नहीं लिया है. खुले आसमान के नीचे 100 टन के आसपास गेहूं भीगकर बर्बाद हो गया है.

यह पूरा मामला ग्रेटर नोएडा के दादरी तहसील के दादरी ब्लॉक का है. जानकारी के मुताबिक दादरी के किसान सहकारी संघ पर पिछले करीब एक महीने से गेहूं क्रय केंद्र संचालित हो रहा है. गोदाम की हालत खराब है बिल्डिंग पूरी तरह से टूटी हुई है लेकिन गेहूं की खरीद फरोख्त का काम चल रहा है. पिछले 2 दिनों से लगातार बारिश हो रही है और खुले आसमान के नीचे बारिश में यूं ही भीग रहा है. प्लास्टिक की इन बोरियों में 50-50 किलो गेहूं भरा हुआ है. गेहूं के भीगने से करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है. 

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हैरानी की बात यह है कि प्रशासन इस पूरे मामले को लेकर खामोश है और बात एक दूसरे पर डालने की कोशिश की जा रही है. कोरोना के इस दौर में सवाल यह उठता है कि आखिर इस करोड़ों रुपए की गेहूं की बर्बादी का जिम्मेदार कौन है?
 

 

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