
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर रैली में जान गंवाने वाले किसान नवरीत सिंह के परिजनों से रामपुर में उनके आवास पर मुलाकात की. उन्होंने कहा कि यहां हम नवरीत की याद में आए हैं. नवरीत किसानों का समर्थन करने के लिए दिल्ली गया था, लेकिन उसके साथ ऐसा हादसा हुआ कि वो वापस नहीं आया. कोई राजनीतिक साजिश के लिए वो वहां नहीं गया था, वो इसलिए गया क्योंकि उसके दिल में किसानों के लिए दुख था.
प्रियंका ने कहा कि मैंने परिवार से बात की, उनका साफ कहना है कि न्यायिक जांच होनी चाहिए. प्रियंका ने कहा कि हम पूरी तरह से किसानों के साथ खड़े हैं. अगर आप उस बॉर्डर (गाजीपुर बॉर्डर) की फोटो देखें तो ऐसा लगता है कि देश का बॉर्डर है. वहां, किसान कौन सा आतंक फैला रहा है. दो महीने से अपने हक के लिए किसान वहां बैठा है.
उन्होंने कहा कि मैंने पहले भी बोला है कि ये जो जवान सीमा पर खड़े रहते हैं, वो किसान के बेटे हैं. किसान को आतंकवादी कहना एक बहुत बड़ा पाप है. ये पाप ना तो हमारे प्रधानमंत्री को करना चाहिए और ना ही सरकार को.
काफिले की गाड़ियां टकरा गईं
प्रियंका जब रामपुर की तरफ बढ़ रही थीं तो उनके काफिले की गाड़ियां टकरा गईं. हादसा इसलिए हुआ, क्योंकि ड्राइवर को विजिबिलिटी में दिक्कत हो रही थी. ऐसे में हापुड़ के पास ड्राइवर ने अचानक ब्रेक लगा दिए तो उनके पीछे चल रही गाड़ियां भी रोकनी पड़ीं, जिससे वे आपस में टकरा गईं. राहत की बात ये थी कि कोई जख्मी नहीं हुआ.