
नोएडा में सेक्टर 93A. यहां भ्रष्टाचार के बलबूते खड़े 32 मंजिला और 103 मीटर ऊंचाई वाले ट्विन टावर पिछले कई दिनों से चर्चा में हैं. इस ट्विन टावर को गिराए जाने के लिए उलटी गिनती शुरू हो गई है. ट्विन टावरों को गिराने में महज कुछ घंटे बाकी हैं. यहां आसपास की सोसायटियों में अभी भी पिलर्स को मजबूत करने का काम किया जा रहा है. कल यानी रविवार दोपहर ठीक 2.30 बजे इस ट्विन टावर को महज 12 सेकेंड के अंदर जमींदोज कर दिया जाएगा. संबंधित कंपनी ने इस संबंध में तैयारियां पूरी कर ली हैं.
बताते चलें कि डिमोलिशन के लिए पूरी इमारत में 9640 छेद किए गए हैं. इसके साथ ही 3700 किलो बारूद लगाया गया है. तय समय पर सिर्फ बटन दबाते ही ट्विन टावर ताश के पत्तों की तरह बिखर जाएगा. हालांकि, इस पूरे घटनाक्रम को लेकर स्थानीय लोग परेशान देखे जा रहे हैं. आसपास की सोसायटियों में रहने वाले लोगों को इस दौरान घरों को छोड़ना पड़ेगा और सुरक्षित जगहों पर पहुंचना होगा. ऐसे में धूल और मलबा उनके फ्लैट और सोसायटी को नुकसान पहुंचा सकता है. आईए जानते हैं क्या कहते हैं स्थानीय लोग...
कल शाम अपने घर में चाय पीयेंगे
एमराल्ड कोर्ट निवासी पंकज आहूजा कहते हैं- 'कल शाम चाय अपने घर में पीयेंगे. कल रावण और कुंभकरण का दहन होगा. हमें विश्वास है कि सब कुछ ठीक हो जाएगा.'
घर में धूल और डैमेज की चिंता
एस्टर 2 में रहने वाले रवि कपूर कहते हैं कि उनका घर तो ट्विन टावर के सबसे करीब है. कल इसे गिराया जाएगा, लेकिन मुझे अपने घर की चिंता अभी से हो रही है. उन्होंने अपने घर पर छह चादरें लगाई हैं. वह अपने वृद्ध माता-पिता के साथ रहते हैं. वे कहते हैं कि धूल और डैमेज होने का डर मेरी दो सबसे बड़ी चिंताएं हैं.
आज लड़ाई का सुखद परिणाम सामने आया
वहीं, सुपरटेक के खिलाफ शुरू से ही केस लड़ने वाले उदयभान तेवतिया ने भी आजतक से बातचीत की है. उदयभान एमराल्ड कोर्ट में RWA के अध्यक्ष हैं. वे ट्विवन टावर गिराए जाने से काफी खुश देखे जा रहे हैं. तेवतिया कहते हैं कि मुझे खुशी है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ मेरी लड़ाई की वजह से आज अवैध निर्माण का डिमोलिशन किया जा रहा है. एक समय हमने और हमारे परिवार ने उम्मीद छोड़ दी थी.
परिवार वालों के मन में डर था
उन्होंने आगे कहा- 'जब मैंने लड़ाई शुरू की तो मेरे परिवार के सदस्य के मन में भय था. वे इस बात से डर रहे थे कि मैं एक बड़े बिल्डर के खिलाफ जा रहा हूं. उससे विवाद की वजह से खतरे में पड़ सकता हूं. अब परिणाम सबके सामने हैं.
कल सबसे आखिरी में घर छोड़ेंगे
उन्होंने आगे कहा कि वह कल सुबह अपना टावर छोड़ने वाले अंतिम लोगों में होंगे. यानी जब वह यह सुनिश्चित कर लेंगे कि सबने बिल्डिंग खाली कर दी है और बिजली, पानी की आपूर्ति और लिफ्ट को बंद कर दिया गया है.
700-800 करोड़ रुपये है मौजूदा वैल्यू
सुपरटेक ट्विन टावर्स को गिराने में करीब 17.55 करोड रुपये का खर्च (Supertech Twin Towers Demolition Cost) आने का अनुमान है. टावर्स को गिराने का यह खर्च भी बिल्डर कंपनी सुपरटेक ही वहन करेगी. इन दोनों टावरों में अभी कुल 950 फ्लैट्स बने हैं और इन्हें बनाने में सुपरटेक ने 200 से 300 करोड़ रुपये खर्च किया था. रियल एस्टेट के जानकारों की मानें तो, जिस इलाके में ये टावर्स बने हैं, वहां प्रॉपर्टी की वैल्यू फिलहाल 10 हजार रुपए प्रति वर्ग फीट है. इस हिसाब से सुपरटेक के दोनों टावर्स की वैल्यू (Supertech Twin Towers Value) 1000 करोड़ रुपये के पार निकल जाती है. हालांकि कानूनी मुकदमेबाजियों के कारण इन दोनों टावर की वैल्यू पर असर पड़ा और इनकी मौजूदा वैल्यू 700 से 800 करोड़ है. हालांकि कुछ ही घंटों बाद इस वैल्यू को भी धूल बराबर हो जाना है.