
उत्तर प्रदेश में महागठबंधन से बसपा के अलग होने के बाद अब आरएलडी ने बड़ा बयान जारी किया है. आरएलडी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मसूद अहमद का कहना है कि हम महागठबंधन का हिस्सा रहेंगे और सपा के साथ थे, साथ हैं और रहेंगे. उन्होंने कहा कि हम इस गठबंधन में कांग्रेस को भी शामिल करने की कोशिश करेंगे.
मसूद अहमद ने कहा कि हमारा गठबंधन समाजवादी पार्टी से था, है और रहेगा. आगे गठबंधन का स्वरूप क्या होगा? हमारा राष्ट्रीय नेतृत्व तय करेगा. हम चाहते हैं कि जैसे हम पहले सपा के साथ गठबंधन में थे, आगे भी वैसे रहे और इस गठबंधन को और बड़ा किया जाए. कांग्रेस को भी शामिल किया जाए.बसपा से सपा-आरएलडी के गठबंधन पर कोई असर नहीं
मसूद अहमद ने कहा कि पहले भी बसपा का गठबंधन सपा से था और हमें समाजवादी पार्टी के कोटे से सीटें दी गई थी. अगर सपा और बसपा का गठबंधन खत्म हुआ है तो उससे हमारे और सपा के गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा. अब माना जा रहा है कि सपा और आरएलडी मिलकर विधानसभा उपचुनाव लड़ेंगे.
मायावती ने छोड़ा गठबंधन का साथ
बसपा प्रमुख मायावती ने मंगलवार को गठबंधन से अलग होकर उपचुनाव लड़ने का ऐलान किया था, हालांकि उन्होंने अभी गठबंधन पर फुल ब्रेक लगाने की बात से इनकार किया है. मायावती ने अखिलेश यादव को सपा में सुधार करने की हिदायत देते हुए कहा कि सपा के काडर को बसपा की तरह मिशनरी बनाने की जरूरत है और अगर अखिलेश ऐसा कर पाते हैं तो ही भविष्य में दोनों दल साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे, वर्ना अलग राह तलाशनी पड़ेगी.
तीन सीटों पर लड़ी आरएलडी, फिर भी नहीं खुला खाता
उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर सपा-बसपा-आरएलडी साथ मिलकर लड़े थे. चुनाव नतीजों में बसपा को 10 तो सपा को सिर्फ 5 सीटों पर जीत मिली थी, जबकि पश्चिमी यूपी की पार्टी RLD को एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं हो पाई थी. अटकलें लगाई जा रही थी कि बसपा के बाद आरएलडी भी महागठबंधन से अलग हो सकती है, लेकिन अब साफ हो गया कि आरएलडी और सपा का गठबंधन जारी रहेगा.