
समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और आजम खा ने आज लोकसभा से इस्तीफा दे दिया है. अखिलेश यादव ने आजमगढ़ लोकसभा सीट से तो आजम खान ने रामपुर लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दिया. हाल में ही हुए विधानसभा चुनाव में अखिलेश मैनपुरी की करहल सीट से तो आजम खान रामपुर सीट से विधायक बने हैं. ऐसे में दोनों को सांसदी या विधायकी में से एक छोड़नी थी.
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आज लोकसभा पहुंचे. यहां वह स्पीकर ओम बिरला से मिले और अपना इस्तीफा सौंप दिया. अब अखिलेश यादव यूपी विधानसभा में विपक्ष के नेता बन सकते हैं. यानी अब बीजेपी सरकार के खिलाफ अखिलेश यादव सदन से लेकर सड़क की लड़ाई की अगुवाई करेंगे, जबकि आजम खान भी विधानसभा के सदस्य बने रहेंगे.
लोकसभा में 5 से 3 हुई सपा सांसदों की संख्या
अखिलेश यादव और आजम खान के इस्तीफे के बाद अगले छह महीने के अंदर आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव होगा. लोकसभा में अब सपा के सांसदों की संख्या तीन हो गई है. मैनपुरी से मुलायम सिंह यादव, मुरादाबाद से एसटी हसन और संभल से शफीकुर्रहमा बर्क लोकसभा में सपा का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.
इस्तीफे से पहले आजमगढ़ गए थे अखिलेश यादव
सांसदी छोड़ने के फैसले से पहले अखिलेश यादव सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ पहुंचे थे. यहां उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, कार्यकर्ताओं के अलावा समाज के अलग-अलग तबकों के लोगों से मुलाकात की थी. इससे पहले रविवार को अखिलेश करहल गए थे और वहां भी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिलकर चर्चा की थी. उन्होंने कार्यकर्ताओं से पूछा था कि आगे क्या करना चाहिए?
आजमगढ़ की संसदीय सीट या करहल की विधानसभा सीट के छोड़ने के सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा था कि यह पार्टी के नेताओं के साथ बैठक कर तय किया जाएगा. उन्होंने उल्टे मीडिया से सवाल पूछते हुए कहा था कि आप बताइए मैं क्या करूं? अखिलेश ने कहा था कि नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अपनी राय बता दी, अब आगे का फैसला पार्टी तय करेगी.
जेल से विधानसभा का चुनाव जीते हैं आजम खान
सपा के सीनियर नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान ने इस बार का विधानसभा का चुनाव जेल के अंदर से लड़ा और जीता. इससे पहले वह 2019 के लोकसभा चुनाव में रामपुर संसदीय सीट से चुनाव लड़े और जीते थे. अब आजम खान ने सांसदी छोड़ दी है और रामपुर शहर सीट से विधायक बने रहेंगे.