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UP: अखिलेश को टक्कर देने के लिए तैयार शिवपाल, शहरों में लगे बैनर-पोस्टर

मोर्चा का गठन करने के सवाल पर शिवपाल ने कहा, 'मैंने दो साल तक इसलिए इंतजार किया, क्योंकि मैं चाहता था कि पूरी समाजवादी पार्टी एक रहे. लेकिन जब नहीं पूछा और बैठक में नहीं बुलाया और न ही काम दिया जा रहा हैं तो मैंने मोर्चे का गठन किया है.'

शिवपाल यादव और अखिलेश यादव शिवपाल यादव और अखिलेश यादव
शिवेंद्र श्रीवास्तव/वरुण शैलेश
  • लखनऊ,
  • 07 सितंबर 2018,
  • अपडेटेड 2:10 PM IST

समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के गठन ने बाद शिवपाल यादव ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं. शिवपाल यादव और उनके सहयोगियों ने प्रदेश के अलग-अलग शहरों में पोस्टर, बैनर और होर्डिंग लगाने शुरू कर दिए हैं.

होर्डिंग्स में बकायदा शिवपाल यादव को नया मोर्चा बनाने के लिए बधाई दी गई है. सूत्रों के अनुसार आगामी लोकसभा चुनाव में अपने भतीजे और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को कड़ी टक्कर देने के लिए शिवपाल यादव ने कमर कस ली है. इससे तय है कि लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव के लिए कांग्रेस, बसपा और भाजपा के साथ खुद के घर में भी बड़ी चुनौती होगी, और उससे पार पाना उनके लिए इतना आसान नहीं होगा.

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वजह साफ है कि समाजवादी पार्टी को खड़ा करने के लिए शिवपाल यादव ने मुलायम सिंह यादव के साथ करीब 40 वर्ष दिए हैं. पार्टी से निष्कासित किए जाने के बाद शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव के हाथों काफी अपमान सहा है जिससे पार्टी का एक बड़ा धड़ा नाराज है. अब 2019 के चुनाव में शिवपाल यादव उस अपमान का बदला लेने की कोशिश करेंगे और यही अखिलेश यादव के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी. क्योंकि पार्टी का एक बड़ा कैडर शिवपाल यादव के साथ भी है जो सीधे सपा में सेंध लगाएगा.

इससे पहले मुलायम सिंह यादव ने शिवपाल यादव को मनाने की पूरी कोशिश की, लेकिन वह कामयाब नहीं हुए. शिवपाल यादव ने भी साफ तौर पर कहा कि वह करीब डेढ़ साल तक इंतजार करने के बाद थक चुके हैं और अब वह अपमान नहीं सहना चाहते. नतीजा साफ है कि आने वाले 2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और समाजवादी सेकुलर मोर्चा आमने-सामने होंगे.

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