
मथुरा के जवाहर बाग का जायजा लेने के लिए रविवार को पहुंचे बीजेपी के तीन सांसद और तीन विधायकों के प्रतिनिधिमंडल को पुलिस की ओर से रोके जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. घटना के बाद बीजेपी नेताओं ने प्रेस कांफ्रेस कर राज्य सरकार और पुलिस विभाग पर गुस्सा जाहिर किया. उन्होंने सपा नेता शिवपाल यादव के इस्तीफे की मांग की. साथ ही मामले की सीबीआई जांच करवाने की मांग की.
रोके जाने से पुलिस पर भड़के बीजेपी नेता
मेरठ से सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि ये सारे गुंडे सपा नेता शिवपाल यादव के संरक्षण और समर्थन में पल रहे थे. इसी वजह से पुलिस ने 70 क्रिमिनल केस के वांटेड आरोपी रामवृक्ष यादव पर पहले कोई कार्रवाई नहीं की. उन्होंने कहा कि सीएम अखिलेश यादव को मामले में कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और शिवपाल को फौरन बर्खास्त करना चाहिए.
चुनावी तैयारी में लगे थे शिवपाल यादव
उन्होंने कहा कि हम अपनी पार्टी को रिपोर्ट सौंपते हुए मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश करेंगे. राज्य सरकार यहां सबूतों को मिटाने की कोशिश कर रही है. इस वजह से हमलोगों को अंदर जाने से रोका गया है. डीएम ने राज्य सरकार को रिपोर्ट भेजा था, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. यहां शिवपाल अपनी चुनावी तैयारी कर रहे थे.
राज्यपाल से भी करेंगे कार्रवाई की मांग
एटा सांसद राजबीर सिंह ने कहा कि हमलोग इस मामले में शिवपाल यादव के इस्तीफे की मांग करते हैं. वहीं हाथरस से सांसद राजेश दिवाकर ने बताया कि रामवृक्ष यादव की ओर से करवाई गई रामकथा में सरकारी अधिकारी और सपा नेताओं की मौजूदगी बताती है कि वह किसके लिए काम करता था. बीजेपी नेता धर्मपाल यादव ने कहा कि हम राज्यपाल से भी इस मामले में कार्रवाई करने की मांग करेंगे.
मेरठ से बीजेपी के सांसद राजेंद्र अगवाल, कासगंज के एमपी राजू भैया और हाथरस के सांसद राजेश दिवाकर समेत बीजेपी के कई नेता और कार्यकर्ता मथुरा पहुंचे. पुलिस ने जब सांसदों को अंदर जाने से रोका तो बात बढ़ गई.
पुलिस के खिलाफ हुई नारेबाजी
बीजेपी नेताओं ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी तो जवाब में एसपी एके सिंह भी भड़क गए. उन्होंने बीजेपी नेताओं से कहा, 'आपको शहीद पुलिस वालों से कोई संवेदना नहीं है.' बीजेपी सांसदों ने कहा कि उन्हें जवाहर बाग के अंदर जाने से रोककर पुलिस सबूतों को छिपाने और मिटाने की कोशिश कर रही है.
15 दिन में पूरी हो जाएगी जांच
इससे पहले अलीगढ़ के कमिश्नर चंद्र कांत ने जवाहर बाग का दौरा किया. उन्हें जवाहर बाग में हुई हिंसा के बारे में स्थानीय प्रशासन के लोगों, मथुरा के एसएसपी और डीएम राजेश कुमार से भी सवाल-जवाब किए. अलीगढ़ के कमिश्नर को इस घटना की जांच की जिम्मेदारी दी गई है. उन्होंने कहा कि इस घटना की जांच 15 दिन में पूरी हो जाएगी.