
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र हत्याकांड मामले में विपक्षी दलों का योगी सरकार पर हमला तेज होता जा रहा है. हत्याकांड में मारे गए 10 लोगों के परिजनों से मिलने तृणमूल कांग्रेस (TMC) के तीन सांसदों का एक दल शनिवार को सोनभद्र जा रहा था, लेकिन वाराणसी जिला प्रशासन ने एयरपोर्ट पर ही चारों सांसदों को रोक दिया है.
टीएमसी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन के नेतृत्व में चारों नेता वाराणसी पहुंचे हैं. प्रशासन ने उन्हें वहीं पर रोक दिया . इसके अलावा कुछ और नेताओं को भी वाराणसी एयरपोर्ट पर रोक लिया गया.
एयरपोर्ट से सड़क मार्ग से टीएमसी सांसदों का प्रतिनिधिमंडल सोनभद्र में मृतकों के परिजनों और गंभीर रूप से घायलों से मुलाकात करना चाह रहा था. सुबह एयरपोर्ट पर पहुंचते ही सभी नेताओं को वहीं पर रोक कर वीआइपी लाउंज भेज दिया गया.
टीएमसी नेताओं के वाराणसी पहुंचने और सोनभद्र जाने की जानकारी होने पर प्रशासन ने आनन-फानन में बाबतपुर स्थित एयरपोर्ट पर टीएमसी के सांसदों को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर पुलिस बल सुबह ही तैनात कर दिया.
सांसदों के आने के बाद जिलाधिकारी, एसएसपी, एडीएम प्रशासन, एसपीआरए सहित पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंच गए और टीएमसी की टीम को रोक कर वीआइपी लाउंज में भेज दिया गया.
इससे पहले, मिर्जापुर के आयुक्त आनंद कुमार सिंह ने मिर्जापुर और भदोही जिले के डीएम को पत्र लिखकर सोनभद्र जिले में किसी भी विशिष्ट व्यक्ति, राजनीतिक और गैर-राजनीतिक व्यक्ति के प्रवेश के लिए अपने जिले में मार्ग रोकने का निर्देश दिया था.
शुक्रवार की शाम को मिर्जापुर आयुक्त की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि सोनभद्र जिले की तहसील घोरावल के उम्भा गांव में 17 जुलाई को भूमि पर कब्जे को लेकर हुए गोलीकांड में 10 लोगों की मौत हो गई थी और 28 लोग घायल हो गए थे. इसके बाद सोनभद्र जिला अधिकारी ने जिले में धारा 144 लागू कर दी है.