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समर्थक ने लक्ष्मीबाई से की सोनिया की तुलना, लिखा ‘खूब लड़ी मर्दानी वो तो...’

इधर लोकसभा का सदन भी शुरू हो गया है. इस बीच कांग्रेस कार्यकर्ता ने एक पोस्टर निकाला है, जिसमें यूपीए चेयरपर्सन और पूर्व कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी की तुलना झांसी की रानी लक्ष्मीबाई से की गई है.

कांग्रेस समर्थक ने जारी किया पोस्टर कांग्रेस समर्थक ने जारी किया पोस्टर
मौसमी सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 18 जून 2019,
  • अपडेटेड 10:44 AM IST

कांग्रेस पार्टी ने अपने राजनीतिक इतिहास की लगातार दो शर्मनाक हार झेली हैं. पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी इस्तीफा देने पर अड़े हैं, तो वहीं कार्यकर्ता सोच रहे हैं कि आखिर इस स्थिति से कैसे बाहर निकला जाए. इधर लोकसभा का सदन भी शुरू हो गया है. इस बीच कांग्रेस कार्यकर्ता ने एक पोस्टर निकाला है, जिसमें यूपीए चेयरपर्सन और पूर्व कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी की तुलना झांसी की रानी लक्ष्मीबाई से की गई है.

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ये पोस्टर प्रयागराज कांग्रेस के कार्यकर्ता हसीब अहमद ने छपवाया है. पोस्टर में सोनिया गांधी को झांसी की रानी दर्शाया गया है. उनके अलावा पोस्टर में राहुल-प्रियंका-राजीव-इंदिरा गांधी, प्रमोद तिवारी और कुछ अन्य नेताओं की तस्वीर है. तस्वीर पर जो लिखा है वह भी खास है.

इसमें लिखा गया है, ‘चमक उठी सन 91 में वो तलवार पुरानी है, खूब लड़ी मर्दानी वो तो इंदिरा, राजीव की रानी है’. आपको बता दें कि हसीब अहमद, प्रयागराज के कार्यकर्ता हैं और पोस्टर बॉय के तौर पर ही जाने जाते हैं. अक्सर उनके द्वारा बनाए गए पोस्टर मीडिया और सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय रहते हैं.

फिर चाहे प्रियंका गांधी वाड्रा को कांग्रेस में लाने की मांग हो, राहुल गांधी को भावी प्रधानमंत्री बताना हो या फिर ऐसी कई मांगें जिन्हें कार्यकर्ता पूरी करवाना चाहते हैं. हाल ही में हसीब ने राहुल गांधी को एक खुला खत भी लिखा था. राहुल गांधी जब अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने पर अड़ गए थे, तब उन्होंने एक खत जारी कर लिखा था कि राहुल की अगुवाई में पार्टी आगे बढ़ी है और जमकर लड़ी है. इसलिए अगर उन्होंने इस्तीफा दिया तो कई कार्यकर्ता आत्महत्या कर लेंगे.

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आपको बता दें कि कांग्रेस को लगातार 2 बार लोकसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा है. 2014 के चुनाव में 44 तो इस बार सिर्फ 52 सीटों पर सिमटने वाली कांग्रेस के पास इतने नंबर भी नहीं है कि उसे लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद मिल सके. पिछली लोकसभा में भी कुछ ऐसा ही हुआ था.

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