
समाजवादी पार्टी ने मॉनसून सत्र के आखिरी दिन सदन से वॉकआउट किया है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि ये सरकार किसी की नहीं सुनती. सदन चलना चाहिए, लेकिन सरकार को विपक्ष के सवालों के जवाब देना चाहिए. हमने सदन का बहिष्कार इसलिए किया क्योंकि महंगाई, बेरोजगारी, एक ट्रिलियन इकोनॉमी पर सरकार ने कभी जवाब नहीं दिया.
योगी सरकार पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा कि ये यूपी में डबल इंजन की सरकार है, लेकिन उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर जानवर बीमार हैं. सड़कों पर गड्ढे हो गए हैं. सड़कें गड्ढों में बदल गई हैं. बिजली महंगी समेत हर चीज महंगी होती जा रही है. नौजवानों को रोजगार के सपने के दिखाए थे. सरकार आखिर वन ट्रिलियन इकोनॉमी कैसे बनाएगी, अगर किसान बर्बाद होगा, इन्वेस्टमेंट नहीं आएगा.
सपा अध्यक्ष ने कहा कि बड़े पैमानें पर गन्ना किसानों का भुगतान नहीं हुआ है. आज भी अस्पतालों में लोगों को स्ट्रेचर नहीं मिल रहा है, एंबुलेंस नहीं पहुंच पा रही है, किसी अस्पताल में दवाई नहीं है, पीएचसी सीएचसी में डॉक्टर नहीं है, गरीब इलाज कहां कराएगा. इसके साथ अखिलेश ने आरोप लगाया कि सरकारी अस्पताल में दवा का पर्चा 100 रुपये का कर दिया गया है, लेकिन सुविधाएं क्या बढ़ी, इसकी कोई जानकारी नहीं है.
सदन का समय बढ़ाया जाए: अखिलेश
अखिलेश ने कहा कि पहले दिन समाजवादी पार्टी के सभी सदस्यों ने कहा हम सदन तक पैदल जाएंगे, जो सरकार ने रूट तय किया था उस पर सहमति हो गई थी, लेकिन आखिर रात में यह रूट क्यों बदला गया, किसके दबाव में बदला गया? हमारी मांग है कि सदन का समय बढ़ाया जाए. हम अभी सदन में कुर्सियों पर बैठ जाएंगे. उन्होंने कहा कि हमने पहले दिन भी मांग की थी, लेकिन सरकार ने सदन 4 दिन का ही रखा. अब तक कई विभागों का बजट जिलों में नहीं पहुंचा है आखिर इस पर मंत्री जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं.
सरकार विपक्ष के सवाल का जवाब नहीं देती: अखिलेश
सपा प्रमुख ने कहा कि हम सरकार को समय-समय पर जगाते हैं, सवाल पूछते हैं, सरकार को जवाब देना चाहिए. सरकार कह रही है प्रदेश में बड़े-बड़े कारखाने लग गए हैं लेकिन एक जिला बताएं जहां पर कारखाने लगे हों. आजम खान को जानबूझकर परेशान करना चाहते हैं. पहले भी आजम खान को जेल भेजा गया. पहले सरकार कहती थी कि हम मदरसों को मॉडर्न करेंगे, संस्थाओं को बेहतर करेंगे, उसके लिए बजट देंगे लेकिन सरकार यह बताएं कि मदरसों की पढ़ाई को बेहतर करने के लिए क्या काम किए गए. मदरसे ही नहीं संस्कृत के विद्यालय संस्कृत यूनिवर्सिटी को बजट क्यों नहीं दिया जा रहा है. समाज में बंटवारा रहे, जाति धर्म का झगड़ा लगा रहे, यही सरकार की मंशा है.
अखिलेश को डिप्टी सीएम ने दिया जवाब
अखिलेश यादव के सवाल पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सरकार सबकी सुनती है. अखिलेश यादव को दृष्टि दोष है इसलिए उन्हें कुछ नहीं दिखता. इस पार्टी को जनता ने लगातार चुनाव में हार का मुंह दिखाया, जनता ने उन्हें पैदल किया इसीलिए आज पैदल चल रहे हैं. केशव मौर्य ने कहा कि सत्र बढ़ाने की मांग को रखें, लेकिन सदन में चर्चा के लिए क्यों नहीं आए, अखिलेश यादव के पास कोई मुद्दा नहीं है.
एचटी हसन के बयान पर सरकार की प्रतिक्रिया
केशव मौर्य ने कहा कि जब कार्यमंत्रणा की बैठक में सब तय हो चुका तो फिर हंगामा करने का क्या मतलब, कोई अनजान व्यक्ति की तरह ऐसे व्यवहार करना सही नहीं है. एक राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष को इस तरीके का व्यवहार शोभा नहीं देता. वहीं उन्होंने पीएफआई पर एक्शन को लेकर सपा सांसद एचटी हसन के बयान पर कहा कि किसी की भी गतिविधि संदिग्ध होने पर ही जांच होगी. किसी के कहने पर मंदिर या धार्मिक स्थल पर जांच नहीं होती, सरकार शिकायतों और आरोप के साथ संदिग्ध गतिविधियों के आधार पर कार्रवाई करती है.