
मुहर्रम को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने गाइडलाइन जारी की है. गाइडलाइन में कहा गया है कि न तो सार्वजनिक स्थानों पर ताजिए रखे जाएंगे और ना ही अलम का जुलूस निकाला जाएगा. सरकार ने कहा है कि लोग ताजिया को अपने घरों में ही रखें और त्यौहार मनाएं. योगी सरकार के इस फैसले को लेकर जगह-जगह विरोध प्रदर्शन भी हो रहे हैं.
बाराबंकी में इस मसले को लेकर झड़प का मामला सामने आया है. वहीं, देवबंद में भी मौलानाओं ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ये सरकार की तानाशाही है. इधर, लखनऊ में धर्मगुरुओं का कहना है कि सरकार ने ताजिया को लेकर जो गाइडलाइंस जारी की हैं, वो सही हैं.
यूपी के बाराबंकी में मुहर्रम के मौके पर जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा ताजिया न रखने और दफनाने से मना करने पर ताजियादारों में आक्रोश व्याप्त है. पुलिस द्वारा 3 ताजियादारों को पकड़ कर थाने ले जाने पर झड़प हुई थी.
दरअसल, बीती रात बाराबंकी के मसौली थाना क्षेत्र शहावपुर गांव निवासी अली हुसैन, याकूब और मोहम्मद वैस सुरसंडा गांव से ताजिया लेकर लौट रहे थे. सुरसंडा रोड पर शहावपुर चौराहा के पास तैनात पुलिस के सिपाहियों ने उन्हें रोका और पिटाई कर दी. मना करने पर सिपाही तीनों युवकों को मसौली थाना पकड़ ले गए. घटना की जानकारी होने पर ग्रामीण मसौली थाना पहुंचे. उन्होंने पकड़े गए युवकों को छोड़ने की बात कही.
इसके बाद आक्रोशित ग्रामीण गांव लौटे और लोगों को जानकारी दी. इससे लोगों में आक्रोश फैल गया. ग्रामीण लाठी- डंडे ईंट पत्थर हाथ में लेकर शहाबपुर चौराहा पहुंच गए और बाराबंकी-गोंडा हाईवे जाम कर पथराव शुरू कर दिया. पुलिस अधीक्षक अरविंद चतुर्वेदी ने बताया कि जिन लोगों ने जाम लगाकर प्रदर्शन किया था, उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की गई है.
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इधर, देवबंद में मुस्लिम धर्मगुरु सरकार की गाइडलाइन से संतुष्ट नहीं हैं. वहीं, लखनऊ में शिया और सुन्नी दोनों संप्रदायों के धर्मगुरुओं का कहना है कि सरकार ने जो गाइडलाइन जारी की है वो बिल्कुल सही है. सभी को इस गाइडलाइन का पालन करना चाहिए.
सुन्नी धर्म गुरु खालिद रशीदी फिरंगी महली ने कहा कि कोरोना काल में जो गाइडलाइन सरकार ने जारी की है, उसका सभी को पालन करना चाहिए. शिया धर्मगुरु मौलाना सैफ अब्बास ने कहा कि कुछ लोगों को सोशल मीडिया पर गलत जानकारी मिल गई थी की ताजिया घर के अंदर नहीं रखना है. गाइडलाइन को समझने की जरूरत है, उसमें कोई कंफ्यूजन नहीं है और ये सभी के लिए ठीक है.
(इनपुट- बाराबंकी से रेहान, देवबंद से पिंटू शर्मा और लखनऊ से आशीष श्रीवास्तव)