
ग्रेटर नोएडा को जगमग चमकाने की पूरी कोशिश की जा रही है. सरकार जिस तरह से यमुना प्राधिकरण इलाके में एयरपोर्ट टॉय फैक्ट्री, फिल्म सिटी के निर्माण में अग्रसर है वैसे-वैसे ग्रेटर नोएडा में भी विकास कार्यों को तेजी दी जा रही है.
इसी क्रम में शहर में होने वाली पॉवर कट की समस्या को दूर करने की कवायद शुरू हो गई है. इसके तहत अगले दो साल में ग्रेटर नोएडा नो पॉवर कट जोन बन जाएगा. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने नोएडा पॉवर कंपनी लिमिटेड और उत्तर प्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड के साथ मिलकर एक खाका तैयार किया है. इसके मुताबिक शहर में एक हजार करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा. इससे 400, 220 और 132 केवी के दो-दो विद्युत उपकेंद्र स्थापित किए जाएंगे.
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने बताया कि अमरपुर और मेट्रो डिपो के बीच 400 केवी के बड़े विद्युत उपकेंद्र लगाए जाएंगे. इस तैयारी में ग्रेटर नोएडा वेस्ट का भी खास ख्याल रखा गया है. ग्रेटर नोएडा वेस्ट के जलपुरा और नॉलेज पार्क 5 में 220 केवी के दो सब स्टेशन बनेंगे. औद्योगिक सेक्टर 18 में भी 132 केवी के दो विद्युत उप केंद्र तैयार किए जाएंगे.
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने योजना में उद्योगों का भी ख्याल रखा है. उसके मुताबिक ही इसका ड्राफ्ट तैयार किया गया है. सीईओ नरेंद्र भूषण ने बताया कि शहर में कई डाटा सेंटर स्थापित होने हैं. ओप्पो, वीवो समेत कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियां भी उत्पादन शुरू करेंगी. कई मल्टिनेशनल कंपनियों के ऑफिस खुलने की तैयारी चल रही है. इन सबको देखते हुए प्राधिकरण ने पूरी तैयारी की है.
दरअसल, ग्रेटर नोएडा में पिछले साल बिजली कटौती की बड़ी खबर देखने को मिली थी. इसके चलते अब यह कदम उठाए जा रहे हैं.
गत वर्ष खपत 435 मेगावॉट बिजली प्रति दिन रही. इस बार उपभोग 500 मेगावॉट तक पहुंचने की उम्मीद है. हालांकि नोएडा से 100 मेगावॉट बिजली मिलने के बाद एनपीसीएल के पास 550 मेगावॉट पॉवर हो जाएगी. इस वजह से इन गर्मियों में शहर को बिजली कटौती से निजात मिल जाएगी.