
अपने दो दिवसीय दौरे पर गोरखपुर पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को सुबह जनता दरबार लगाया और लोगों की शिकायतें सुनी. सबसे खास बात यह रही कि आदित्यनाथ के जनता दरबार में मुस्लिम समाज की ऐसी कई महिलाएं भी पहुंची जो ट्रिपल तलाक की पीड़िता हैं और न्याय की गुहार लेकर मुख्यमंत्री के जनता दरबार में आई थी.
जनता दरबार में मुस्लिम महिलाओं ने मांगा इंसाफ
मोमिना खातून जो कि संत कबीर नगर की रहने वाली है, वह भी योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में अपने तीन बच्चों के साथ पहुंची थी. मोमिना खातून का 2 साल पहले तलाक हो चुका है और उनके शौहर ने उन्हें डाक के माध्यम से तलाक दे दिया. अपनी बेटी को न्याय दिलाने के लिए मोमिना के पिता डॉक्टर अख्तर आलम भी जनता दरबार पहुंचे थे और उन्होंने उम्मीद जताई कि योगी आदित्यनाथ तक अपनी फरियाद पहुंचाने के बाद उन्हें न्याय मिलेगा.
योगी से न्याय की उम्मीद में मुस्लिम महिलाएं
मोमिना खातून की तरह ही अमरोहा की नजमा भी आदित्यनाथ के जनता दरबार में न्याय की गुहार लेकर पहुंची. उन्हें भी उनके शौहर ने डाक के माध्यम से तलाक दे दिया है. नजमा ने कहा कि ट्रिपल तलाक का मुद्दा मुस्लिम महिलाओं के लिए नासूर साबित हो रहा है और ऐसे में उन्हें उम्मीद है कि योगी आदित्यनाथ तक अपनी फरियाद पहुंचाएंगी तो उन्हें भी न्याय मिलेगा.
सुप्रीम कोर्ट में चल रही है सुनवाई
गौरतलब है कि ट्रिपल तलाक की संवैधानिक वैधता को लेकर इस वक्त सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है. सरकार ने भी अपना रुख स्पष्ट कर दिया है कि ट्रिपल तलाक मुस्लिम महिलाओं के लिए सही नहीं है और केंद्र सरकार ऐसी सभी मुस्लिम महिलाओं के साथ खड़ी है जो ट्रिपल तलाक की शिकार हैं.