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Twin Tower की जमीन पर मंदिर बनेगा या कुछ और...? एमराल्ड कोर्ट के लोगों ने बताई हकीकत

सोसायटी के अधिकतर लोगों ने कहा है कि जमीन पार्क के लिए थी, इसलिए पार्क बनना चाहिए. मंदिर बनाने के सवाल पर सभी ने यही कहा है कि अगर पार्क के साथ मंदिर बनता है तो अच्छी बात है. फिलहाल इस पर RWA की मीटिंग के बाद ही फैसला होगा.

अभी तक बिल्डर ने हैंडओवर नहीं की ट्विन टावर की जमीन. (Photo: Aajtak) अभी तक बिल्डर ने हैंडओवर नहीं की ट्विन टावर की जमीन. (Photo: Aajtak)
भूपेन्द्र चौधरी
  • नोएडा,
  • 05 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 5:38 PM IST

Twin Tower गिराए जाने के बाद खाली हुई जमीन को लेकर लड़ाई शुरू हो गई है. बिल्डर ने जमीन अभी एमराल्ड कोर्ट (Emerald Court) को हैंडओवर नहीं की है. वहीं जमीन को लेकर कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं. इस बारे में एमराल्ड कोर्ट सोसायटी के लोगों का कहना है कि जमीन पार्क के लिए थी, इसलिए पार्क बनना चाहिए. मंदिर के सवाल पर सभी ने कहा कि अगर पार्क के साथ मंदिर बनता है तो अच्छी बात है. RWA की मीटिंग के बाद फैसला होगा.

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एमराल्ड कोर्ट सोसायटी के आरडब्ल्यूए अध्यक्ष उदय भान सिंह तेवतिया ने ट्विन टावर के खिलाफ याचिका दायर की थी. उन्होंने बताया कि ट्विन टावर गिराए जाने के बाद खाली हुई जमीन बिल्डर ने RWA के हैंडओवर नहीं की है. जमीन पार्क और प्लेग्राउंड की है. इसलिए यहां पार्क ऑफ प्लेग्राउंड बनाया जाएगा. 

खाली हुई जमीन पर निर्माण को लेकर जानकारी देते स्थानीय नागरिक. 

जब मंदिर और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के निर्माण को लेकर सवाल किया गया, तो उदय भान सिंह ने कहा कि वह जमीन पर किसी तरह के निर्माण को लेकर अकेले फैसला नहीं ले सकते. सितंबर के तीसरे हफ्ते में रेजिडेंस के साथ आरडब्ल्यूए की मीटिंग होगी, जिसमें रेजिडेंस से चर्चा होगी कि पार्क और प्लेग्राउंड के अलावा और भी कोई निर्माण होगा या नहीं.

इसके अलावा सोसायटी के एस्टर टावर के निवासी कपिंद्र ने कहा कि जमीन सोसायटी की है, इसलिए अब सोसायटी को मिल जाएगी. जमीन पार्क के लिए है, इसलिए पार्क बनना चाहिए, बाकी RWA की मीटिंग में जो फैसला लिया जाएगा, वही निर्माण होना चाहिए.

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सोसायटी के लोग बोले- पार्क के साथ मंदिर बने तो अच्छा है

सफायर टावर में रहने वाली अपर्णा ने कहा कि सोसायटी में बच्चों के खेलने के लिए ग्राउंड नहीं है, इसलिए वहां पार्क और प्लेग्राउंड बनना चाहिए. RWA की मीटिंग के बाद फैसला होगा.

एके अस्थाना ने कहा कि सोसायटी के लोग वहां पार्क देखना चाहते हैं, क्योंकि जमीन सोसायटी के पार्क की थी. अगर पार्क के साथ मंदिर बने तो अच्छी बात होगी, क्योंकि सोसायटी में कोई मंदिर नहीं है.

फिलहाल बिल्डर ने ट्विन टावर वाली भूमि आरडब्लूए को हैंडओवर नहीं की है. ध्वस्तीकरण के बाद इकट्ठे हुए मलबे को खाली करने का काम किया जा रहा है, जिसमें 2 से 3 महीने लग सकते हैं. ध्वस्तीकरण के बाद मलबे को तोड़कर सरिया निकाला जा रहा है.

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