
अमेरिका ने धार्मिक स्वतंत्रता के उल्लंघन के आधार पर बनाई 'कंट्रीज़ ऑफ़ पर्टीकुलर कंसर्न' की सूची में पाकिस्तान को शामिल किया है. भारत को इस सूची से बाहर रखा गया है. इस पर पाकिस्तान की ओर से सवाल खड़े किए जा रहे हैं. सवाल खड़े करने को लेकर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने पाकिस्तान को जमकर आड़े हाथों लिया है.
उन्होंने कहा कि धार्मिक स्वतंत्रता के नाम पर भारत को वह देश सीख देने की कोशिश कर रहे हैं जिनके यहां न संविधान में ही समानता है और ना ही अल्पसंख्यकों और उनकी धार्मिक आस्था का ही कोई सम्मान.
'कृषि कानून की वापसी महान नेता का महान निर्णय'
नकवी ने कृषि बिल वापस लिए जाने को लेकर कहा कि ये एक महान नेता का महान निर्णय है. किसान आंदोलन के दौरान 700 से अधिक किसानों की मौत के दावे और इसे लेकर सरकार के मौन से जुड़े सवाल पर वे सीधे जवाब देने से बचते नजर आए. उन्होंने कहा कि किसी भी कारण से अगर मौत होती है तो वह बेहद दुखद है. ये पूछे जाने पर कि चुनाव से ठीक पहले कृषि बिल वापस लिए जाने के इस फैसले का चुनाव पर क्या परिणाम होगा, नकवी ने कहा कि केवल चुनाव से जोड़कर इस फैसले को देखना ठीक नहीं होगा.
नकवी ने कहा- देखिए कृषि बिल की वापसी बहुत बड़े लीडर का एक बहुत बड़ा फैसला है. अन्नदाता के सरोकार पर किसी भी तरह का सियासी, संप्रदायिक तड़का लगाने की कोशिश करना ठीक नहीं होगा. यह तो लोकतंत्र है और मोदीजी की सरकार ने हमेशा टकराव की जगह टॉक का रास्ता अपनाया है. कई बार बातचीत हुई है. उन्होंने कहा आप बताइए क्या सरकार ने एक बार भी टकराव का रास्ता अपनाया है. कभी नहीं अपनाया है. ये हमारी संवेदनशीलता थी और है.
'मेरा गांव, मेरा देश संकल्प के साथ काम कर रही सरकार'
मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा- यह वो सरकार है जो पहले दिन से मेरा गांव, मेरा देश, मेरा खेत, मेरा खलिहान के संकल्प के साथ काम कर रही है. कृषि का बजट लगातार बढ़ता गया जो एमएसपी है, वो मिनिमम सपोर्ट प्राइस की बजाय मैक्सिमम सपोर्ट प्राइस बनी.
'यूपी में दबंगों की सियासत पर लगा विराम'
कैबिनेट मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कुछ महीनों में उत्तर प्रदेश में चुनाव होने वाले हैं. उत्तर प्रदेश में जो एक संस्कृति थी, सियासत थी, कट कमीशन करप्शन के साथ-साथ दंगों और दबंगों की सियासत पर मोदी और योगी युग ने विराम लगाया है. इसके साथ-साथ उन लोगों को भी इस बात का एहसास है. आने वाले दिनों में बेईमानों की बकैती और बाहुबलियों की फिरौती का युग पूरी तरह से खत्म होगा. इसका एहसास बाहुबलियों का जो ब्रदर हुड है उसको अच्छी तरह से हो गया है.