
बीजेपी की पूर्व सांसद रहीं सावित्रीबाई फुले ने शनिवार को उन्नाव घटना की सीबीआई जांच कराने की मांग की है. फुले का कहना है कि जब तक सीबीआई की जांच नहीं होगी, तब तक परिजनों को न्याय नहीं मिलेगा.
सावित्रीबाई का कहना है कि जिस तरह हाथरस में हुई घटना में पुलिस ने कुछ कहा, लेकिन जब सीबीआई जांच हुई तो उसके बाद सारे साक्ष्य सामने आए. ऐसे में उन्नाव केस में जब तक सीबीआई की जांच नहीं होगी, तब तक परिजनों को न्याय नहीं मिलेगा.
योगी राज में हमले बढ़ेः फुले
राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला करते हुए सावित्रीबाई फुले ने कहा कि जब से केंद्र और उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार आई है, तबसे अनुसूचित, पिछड़ी, आदिवासी और मुस्लिम जाति के लोगों के साथ जघन्य अपराध बढ़ा है.
लखनऊ के यूपी प्रेस क्लब में सावित्रीबाई ने कहा कि उन्नाव में तीन बहनों के साथ जो घटना हुई, उसके चलते मैं परिजनों से मिलने गई थी, लेकिन मुझे पुलिस और प्रशासन ने रोकने का काम किया. हालांकि बाद में एसडीएम ने 5 लोगों के डेलिगेशन बनाकर मुझे और पुलिस के साथ परिजनों से मिलने के लिए भेजा.
पूर्व सांसद ने बताया कि परिजनों ने उन्हें बताया कि उनकी बेटियां घास काटने गई थी, जब देर रात वह नहीं आईं, तो लोग परेशान हुए और खेत में जाकर देखा तो बेटियों के हाथ बंधे हुए थे और उन्हीं के दुपट्टों से गला बांधा गया था. सभी बेटियां कराह रही थीं, उनके साथ रेप हुआ है. वे बेटियों को अस्पताल लेकर गए जहां दो बेटियों की मौत हो गई और एक बेटी अभी भी अस्पताल में हैं.
फुले ने आगे बताया कि परिजनों को बीजेपी और आरएसएस द्वारा दबाया जा रहा है. सवर्ण दबंगों द्वारा जबरदस्ती अंतिम संस्कार हेतु मिट्टी करवा दिया गया जबकि परिवार अभी नहीं चाह रहा था कि मिट्टी हो. वे परिवार के कुछ लोगों का इंतजार कर रहे थे.
वहीं सरकार द्वारा उन्नाव मामले पर सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई जाने पर कार्रवाई की बात पर सावित्रीबाई फुले ने कहा कि जब हम लोग किसी पीड़ित की मदद करना चाहते हैं तो सरकार डरा-धमकाकर, मुकदमा दर्ज करने की बात कहती है.
14 अप्रैल से महापंचायत करूंगीः फुले
उन्होंने कहा, 'मैं मोदी और योगी दोनों से कहना चाहती हूं कि जीवनभर वे पद पर नहीं रहेंगे. 2022 में उत्तर प्रदेश की कुर्सी से वह हटेंगे और सरकार कांशीराम बहुजन समाज पार्टी की बनेगी. बहुजन समाज मुकदमों से डरने वाला नहीं है. हमारी जो कांशीराम बहुजन समाज पार्टी है, वह सभी को एकजुट करने जा रही है जिसको लेकर मैं 14 अप्रैल से महापंचायत करूंगी, ताकि बीजेपी को 2022 में सत्ता से दूर कर सकें.' उन्होंने कहा कि हम बहुजन समाज विचारधारा वाले लोग को एकजुट करके 2022 में उत्तर प्रदेश में सरकार बनाएंगे. कांशीराम बहुजन समाज पार्टी 2022 में चुनाव लड़ेगी और सरकार बनाएगी.
भारतीय जनता पार्टी से सांसद रहीं सावित्रीबाई फुले ने जनवरी 2020 में लखनऊ के चारबाग स्थित रविंद्रालय में आयोजित, नमो बुद्धाय जन समिति के बैनर तले द्वितीय राष्ट्रीय अधिवेशन के आयोजन के समय पार्टी की विधिवत घोषणा की थी.
सावित्री बाई फुल ने बीजेपी में रहते हुए ही बगावती तेवर अपनाए थे. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले वे कांग्रेस में चली गई थीं और कांग्रेस के ही टिकट पर चुनाव भी लड़ा था. चुनाव के दौरान सावित्री बाई फुले कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की गंगा यात्रा में भी शामिल रही थीं, लेकिन वह कांग्रेस से भी अलग हो गई थीं खुद की पार्टी बना ली थी.