
उन्नाव रेप और एक्सीडेंट के मामले में सीबीआई ने आज उत्तर प्रदेश के कई जिलों में छापेमारी की. छापेमारी किए जाने वाले जिलों में लखनऊ, सीतापुर, उन्नाव और बांदा मुख्य है. सीबीआई इन छापेमारी के जरिए उन तमाम सबूतों को इकट्ठा कर रही है जो यह यह साफ कर सकें कि रायबरेली में ट्रक और कार का एक्सीडेंट एक हादसा है या फिर कोई सोची-समझी साजिश.
सीबीआई की एक टीम सीतापुर की जेल में भी पहुंची, जहां पर इस मामले के मुख्य आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को बंद किया गया है. सीबीआई की टीम दिन में 12:30 बजे सीतापुर जेल पहुंची. वहीं करीब 3:30 बजे तक कुलदीप सिंह सेंगर व उसके साथ बंद अन्य महिला आरोपी और जेल अधिकारियों से भी पूछताछ की.
साथ ही सीबीआई ने जेल अधिकारियों से तमाम दस्तावेज जैसे कुलदीप सिंह सेंगर से मिलने वाले लोगों की लिस्ट और सीसीटीवी की मांग की. दूसरी तरफ सीबीआई की एक टीम ने उन्नाव के माखी गांव में सेंगर के घर पर भी छापेमारी की. सीबीआई की 10 लोगों की टीम ने मांखी गांव में सेंगर के घर के भीतर हर एक चीज की तलाशी ली. साथ ही सीबीआई ने घर में मौजूद लोगों और नौकरों से भी पूछताछ की.
इस मामले में सीबीआई ने ट्रक के ड्राइवर को पहले ही गिरफ्तार कर रखा है और उससे फिलहाल पूछताछ की जा रही है. एक्सीडेंट वाले ट्रक के मालिक को भी सीबीआई के हेडक्वॉर्टर्स बुलाया गया था जहां पर उससे पूरे दिन पूछताछ चलती रही. साथ ही उससे उन कागजों की मांग की गई जिसके लिए ट्रक मालिक ने बताया था कि लोन की किस्त चुकाने की वजह से लगातार फाइनेंस कंपनी से नोटिस आ रहे थे.
सूत्रों के मुताबिक सीबीआई को अभी तक रायबरेली एक्सीडेंट के मामले में कोई भी ऐसा सबूत नहीं मिला, जिससे यह साफ हो सके कि यह मामला साजिश का है. लेकिन आखिरी नतीजे पर पहुंचने से पहले सीबीआई जांच करके यह तय करना चाहती है कहीं उनकी तरफ से कोई भी सबूत छूट न जाए.