
अग्निपथ योजना को लेकर अलीगढ़ में बीते शुक्रवार को हुई हिंसा पर पुलिस ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है. पुलिस ने सोमवार को बुलडोज़र लेकर फ़्लैग मार्च निकाला. दरअसल, टप्पल व जट्टारी सहित खैर इलाके युवाओं ने आर्मी भर्ती की नई योजना अग्निपथ के विरोध में बीते शुक्रवार को तांडव करते हुए कई बसों को आग के हवाले कर दिया था.
इसके बाद उपद्रवी यहीं नहीं रुके. एडीजी की कार में तोड़फोड़ करने के बाद पुलिस की कई गाड़ियों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया था. इतना ही नहीं हिंसक विरोध प्रदर्शन करते हुए जट्टारी पुलिस चौकी को भी आग के हवाले कर दिया गया था. शुक्रवार के बाद से पूरे इलाके को पुलिस ने छावनी में तब्दील कर दिया था.
उपद्रवी व अवांछनीय तत्वों को कड़ा संदेश देने के लिए ख़ैर तहसील के प्रशासनिक अमले व एसपी ग्रामीण ने पुलिस टीम के साथ संयुक्त रूप से बुलडोज़र लेकर फ़्लैग मार्च निकाला. खैर से शुरू हुआ ये फ़्लैग मार्च गौमत चौराहा जट्टारी होते हुए टप्पल तक निकाला गया. अधिकारियों ने फ़्लैग मार्च में तीन-तीन बुलडोज़र को शामिल किया था.
फ्लैग मार्च में बुलडोजर शामिल किए जाने पर अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है, लेकिन दबी ज़बान में यही कह रहे हैं कि बुलडोज़र की कार्यवाही से बचने के लिए लोग किसी भी प्रकार से कानून को अपने हाथों में न लेने पाएं और ज़िले की कानून व्यवस्था पर कोई आंच न आए, इसके किये फ़्लैग मार्च में बुलडोज़र को भी शामिल किया गया था.
टप्पल व खैर में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन में अभी तक 118 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. सोशल मीडिया पर लगातार निगरानी रखी जा रही है. एसएसपी कलानिधि नैथानी के अनुसार जितने लोगों को गिरफ़्तार किया है, उनका कोई पॉलिटिकल बैकग्राउंड नहीं है, जिन लोगों ने घटना की है उनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी.
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने कहा कि चार मुकदमे टप्पल थाने में लिखे गए थे, इसके अलावा अफ़वाह फ़ैलाने वाले 5 और अन्य मुक़द्दमे अन्य थानों में लिखवाए गए थे, 68 लोगों को मुक़दमे में जेल भेजा गया है, 50 लोगों पर 151 के अंतर्गत कार्यवाही की गई थी, दो दर्जन के करीब लोगों से सघन पूछताछ चल रही है.