
उत्तर विधानसभा के अंदर मिले संदिग्ध पाउडर को लेकर नया मोड़ सामने आया है. संदिग्ध पाउडर को PETN करार देने वाले लखनऊ एफएसएल के डायरेक्टर पर गाज गिर सकती है. डायरेक्टर श्याम बिहारी उपाध्याय को निलंबित करने की सिफारिश सरकार को भेज दी गई है.
यूपी के डीजीपी सुलखान सिंह ने गृह विभाग को श्याम बिहारी उपाध्याय के निलंबन की सिफारिश भेजी है. श्याम बिहारी उपाध्याय पर PETN मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगा है. दरअसल, एफएसएल विभाग यूपी पुलिस के टेक्नीकल डिपोर्टमेंट के अधीन आता है. टेक्नीकल टीम ने ही अपनी जांच में श्याम बिहारी उपाध्याय पर लापरवाही के आरोप तय किए हैं.
डीजीपी ने सरकार को निलंबन की सिफारिश भेज दी है. मगर इस पर आखिरी फैसला यूपी सरकार के गृह विभाग को लेना है. ऐसे में अब ये उम्मीद की जा रही है कि योगी आदित्यनाथ सरकार जल्द ही इस मसले पर फैसला ले सकती है.
बता दें ये मामला सामने आने के बाद काफी हंगामा हुआ था. विधानसभा सत्र के दौरान ये संदिग्ध पाउडर बरामद हुआ था. जिसके बाद ATS ने संदिग्ध पाउडर को जांच के लिए हैदराबाद एफएसएल भेजा दिया था. जबकि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पाउडर को जांच के लिए चंडीगढ़ भेजा है. माना जा रहा है कि जल्द ही दोनों जगह से रिपोर्ट आ सकती है.
हालांकि, इससे पहले आगरा फॉरेंसिक लैब में भी इस संदिग्ध पाउडर की जांच हो चुकी है. जहां ये खबर सामने आई थी कि पाउडर के पीईटीएन होने की पुष्टि नहीं हुई है. बता दें कि ये संदिग्ध पाउडर 12 जुलाई को विधानसभा के अंदर से मिला था.