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UP ब्लॉक प्रमुख: महराजगंज में भाजपा की जीत, विधान परिषद के पूर्व सभापति की बहू जीतीं

लक्ष्मीपुर ब्लॉक सीट पर गणेश शंकर पांडेय के परिवार का चार दशक से कब्जा है. दो बार उनके बड़े भाई, एक बार भाभी, दो बार भतीजा, अब पुत्र वधू अंजली पांडेय ब्लॉक प्रमुख निर्वाचित हुईं हैं. बीच के एक चुनाव में आरक्षण बदला था उस समय भी पांडेय परिवार की करीबी ही ब्लॉक प्रमुख बनी थीं.

महराजगंज ब्लॉक प्रमुख चुनावों में भाजपा की जीत महराजगंज ब्लॉक प्रमुख चुनावों में भाजपा की जीत
अमितेश त्रिपाठी
  • महराजगंज,
  • 11 जुलाई 2021,
  • अपडेटेड 8:47 AM IST
  • महराजगंज में भी भाजपा का जलवा रहा
  • फरेंदा में भाजपा पर सपा के लिए सीट छोड़ने का आरोप
  • गणेश शंकर पांडेय के परिवार का एक बार फिर कब्जा

यूपी में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के परिणाम आ चुके हैं. महराजगंज में भी ब्लॉक प्रमुख के चुनाव हुए. यहां यूपी विधान परिषद के पूर्व सभापति गणेश शंकर पांडेय की बहू अंजली पांडेय लक्ष्मीपुर ब्लॉक से प्रमुख चुन ली गई हैं. अंजली पांडे नेअपने प्रतिद्वंदी प्रत्याशी इंद्रावती पाठक को 47 वोट से पराजित कर दिया. अंजली पांडेय को 106 मत में से 76 वोट मिले थे. जबकि इंद्रावती पाठक के वोटों की गिनती 29 पर आकर ही ठहर गई, एक मत अवैध हो गया था.

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ब्लॉक प्रमुख सीट पर गणेश शंकर पांडेय के परिवार का चार दशक से कब्जा

खास बात यह है कि भाजपा ने 12 ब्लॉक में जिन ब्लॉक में अपने प्रत्याशी नहीं उतारे थे उनमें लक्ष्मीपुर ब्लॉक भी शामिल था. इस सीट पर गणेश शंकर पांडेय के परिवार का चार दशक से कब्जा है. दो बार पूर्व सभापति के बड़े भाई, एक बार भाभी, दो बार भतीजा, अब पुत्र वधू अंजली पांडेय ब्लॉक प्रमुख निर्वाचित हुईं हैं. बीच के एक चुनाव में आरक्षण बदला था उस समय भी पांडेय परिवार की करीबी ही ब्लॉक प्रमुख बनी थीं.

फरेंदा में भाजपा ने सपा के लिए छोड़ दी सीट?

ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में सबसे चौंकाने वाली सीट फरेंदा की थी. फरेंदा क्षेत्र के विधायक बजरंग बहादुर सिंह भाजपा के हैं. उनकी गिनती कद्दावर नेताओं में होती है, लेकिन बीजेपी ने फरेंदा ब्लॉक से प्रत्याशी ही घोषित नहीं किया. इस सीट पर पूर्व ब्लॉक प्रमुख राम प्रकाश सिंह की करीबी व सपा समर्थित प्रत्याशी मनीषा निर्विरोध प्रमुख चुन ली गई हैं, लोग हैरत में इसलिए हैं कि भाजपा के धुरंधर विधायक के गढ़ में ही पार्टी को प्रत्याशी नहीं मिला या इसके पीछे 2022 के चुनाव को लेकर कुछ समझौता हुआ है.

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UP ब्लॉक प्रमुख चुनाव: गाजीपुर में BJP की बड़ी जीत, सीट के मामले में सपा से आगे निकले निर्दलीय

सवाल उठ रहा है कि बीजेपी ने ये सीट सपा के लिए क्यों छोड़ दी. इस सवाल पर पार्टी के नेता स्पष्ट रूप से कुछ बताने को तैयार नहीं हैं, सपा के लिए सीट छोड़ने के पीछे यह कहा जा रहा है कि विधान सभा चुनाव में राम प्रकाश सिंह भाजपा का विरोध नहीं करेंगे.

निचलौल में हारा कार्यकर्ता, बीजेपी जीती

जिले के प्रतिष्ठित ब्लॉक प्रमुख पद की एक सीट निचलौल ब्लॉक की है. यहां ब्लॉक प्रमुख पद के लिए भाजपा कार्यकर्ता घनश्याम कन्नौजिया ने पार्टी से टिकट के लिए दावेदारी की था. क्षेत्रीय विधायक प्रेम सागर पटेल व पार्टी ने रमाशंकर गौतम पर भरोसा जताया. बताया जा रहा है कि रमाशंकर पूर्व प्रमुख के करीबी हैं. पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर घनश्याम कन्नौजिया ने अपनी पत्नी सलहंता देवी का नामांकन दाखिल कराया. इस दौरान उनके काफिला में कई भाजपा कार्यकर्ता व पदाधिकारी पार्टी का झंडा लहराते हुए नजर आए थे.

शनिवार को गहमा-गहमी के बीच मतदान हुआ, जिसमें बीजेपी के अधिकृत प्रत्याशी रमाशंकर गौतम को दो वोट से जीत मिली. सलहंता देवी को 60 वोट मिलीं. चार बीडीसी मतदान ही नहीं कर पाए. इस पर घनश्याम कन्नौजिया पक्ष के समर्थकों ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है. इस मामले में पुलिस क्षेत्राधिकारी डीके उपाध्याय का कहना है कि चार मतदाताओं को मतदान से वंचित करने की शिकायत मिली है. इस पर जांच कराई गई. चारों क्षेत्र पंचायत सदस्यों का पता नहीं चल पाया. वह वोट देने ही नहीं आए. चुनाव का नतीजा सामने आने पर भाजपाई ही सोशल मीडिया पर यह कहने लगे कि निचलौल ब्लॉक के चुनाव में जमीन से जुड़े कार्यकर्ता की हार हुई है. पर, बीजेपी को जीत मिली है. घनश्याम कन्नौजिया को सांसद पंकज चौधरी के खेमा का बताया जा रहा है.

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मिठौरा ब्लॉक में पूर्व प्रमुख पप्पू सिंह हारे चुनाव

ब्लॉक प्रमुख चुनाव में सबसे अधिक टक्कर मिठौरा ब्लॉक में बताई जा रही थी. यहां के पूर्व प्रमुख रणजीत सिंह उर्फ पप्पू सिंह ने भाजपा से टिकट के लिए दावेदारी की थी. पहले पार्टी भी उनके पक्ष में विचार कर रही थी, लेकिन पार्टी कार्यकर्ताओं ने विरोध करना शुरू कर दिया. इसके बाद पार्टी ने पूर्व प्रमुख व भाजपा कार्यकर्ता राम हरख गुप्ता की पत्नी उर्मिला देवी को प्रत्याशी घोषित कर दिया. मतदान के दिन इस ब्लॉक में कई बार टकराव देखने को मिला. सदर विधायक जयमंगल कन्नौजिया व सीओ सदर अजय सिंह चौहान के बीच नोंकझोक भी हुई. जिसके बाद सदर विधायक दो सौ मीटर के दायरे के बाहर चले गए. पुलिस कर्मियों द्वारा बीजेपी का झंडा लगी एक गाड़ी के पहिया की हवा निकालने के पर पार्टी कार्यकर्ता पुलिस के खिलाफ हो गए थे.

मतदान समाप्त होने के बाद वोटों की गिनती शुरू हुई. मतगणना में पूर्व प्रमुख राम हरख गुप्ता की पत्नी उर्मिला 64 मत पाकर मिठौरा ब्लॉक प्रमुख चुन ली गईं. जबकि निर्दलीय प्रत्याशी व पूर्व प्रमुख रणजीत सिंह उर्फ पप्पू सिंह को 48 वोट मिले. एक वोट अवैध घोषित कर दिया गया.

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