
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में शनिवार को ब्लॉक प्रमुख चुनाव (Block Pramukh Election) के लिए वोटिंग हुई. भारतीय जनता पार्टी (BJP) को ब्लॉक प्रमुखों के चुनाव में बड़ी जीत हासिल होती दिख रही है. बीजेपी के उम्मीदवारों ने 600 से ज्यादा सीटें जीत ली हैं. जबकि समाजवादी पार्टी को 90 से ज्यादा सीटों पर जीत मिली है.
सूबे में 334 ब्लॉक प्रमुख निर्विरोध चुने गए, जबकि 476 सीटों पर आज मतदान (Election Voting) के बाद मतगणना हुई. प्रदेश के 825 ब्लॉक प्रमुख (Block Pramukh Election) के चुनाव में बीजेपी को 626 सीटें मिलीं. जबकि समाजवादी पार्टी के कब्जे में महज 98 सीट आईं. शेष 101 सीटें अन्य के खाते में गई हैं जिसमें बड़ी संख्या में निर्दलीय उम्मीदवार भी शामिल हैं. इससे पहले बीजेपी (BJP) की ओर से दावा किया गया कि निर्विरोध चुने गए 349 ब्लॉक प्रमुखों में से 334 ब्लॉक प्रमुख बीजेपी के हैं बाकी अन्य सपा (Samajwadi Party) और निर्दलीय उम्मीदवार (Independent) हैं.
CM योगी ने पीएम को दिया जीत का श्रेय
PM मोदी ने दी जीत पर बधाई
8.40 PM: ब्लॉक प्रमुख के लिए जारी मतगणना में अब तक के आए रिजल्ट में बीजेपी 600 के पार पहुंच गई है. 825 सीटों में 818 सीटों के परिणाम आ चुके हैं, जिसमें बीजेपी को 609 सीटों पर जीत मिली है जबकि समाजवादी पार्टी के कब्जे में 93 सीट आई है. बहुजन समाज पार्टी को 5 और अन्य के खाते में 111 सीटें गई हैं जिसमें बड़ी संख्या में निर्दलीय उम्मीदवार भी शामिल हैं.
7.41 PM: ब्लॉक प्रमुख के लिए जारी मतगणना में अब तक के आए परिणामों के अनुसार बीजेपी 600 के करीब पहुंच गई है. 825 सीटों में 783 सीटों के परिणाम आ चुके हैं, जिसमें बीजेपी को 581 सीटों पर जीत मिली है जबकि समाजवादी पार्टी के कब्जे में 89 सीट गई.
जनता का रुझान बीजेपी के पक्ष मेंः सीएम योगी
ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में बीजेपी की बड़ी जीत के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने आज से 7 साल पहले इस देश को सबका साथ सबका विकास का नारा दिया था. जो योजनाएं बनाई गई सब तक पहुंची भी. प्रदेश सरकार और संगठन ने योजनाओं को लोगों तक पहुंचाया. उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव के परिणाम इसी का जीवंत उदाहरण हैं.
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जनता का जो रुझान था वो था वह बीजेपी के पक्ष में था. पार्टी की जो रणनीति थी वो कारगर साबित हुई. जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में भी हम अव्वल रहे. 825 में 735 ब्लॉक में बीजेपी ने अपने प्रत्याशी खड़े किए थे. कुछ जगह दोनों कार्यकर्ता बीजेपी के ही लड़ रहे थे. कुल 90 सीटें हमने छोड़ दी थी. अभी तक के रुझानों में 635 से अधिक सीटों में बीजेपी विजयी बन रही है. यह संख्या अभी और बढ़ेगी. यह साहियोगियो को जोड़कर सीट हैं.
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव ने कहा कि यह जीत जो हमको मिली है वह सीएम योगी आदित्यनाथ को योजनाओं का असर है. कानून व्यवस्था चुस्त है. लड़कियां आज रात में 12 बजे भी निकल सकती हैं. कहीं भ्रष्टाचार नहीं है. बीजेपी को बंपर जीत मिली है. यह सभी कार्यकर्ताओं का कठिन परिश्रम है.
6.01 PM: मुजफ्फरनगरः 9 ब्लॉक में से 8 में बीजेपी को जीत मिली.
मेरठः 22 ब्लॉक में से 12 सीट बीजेपी को जबकि सपा को 6 सीटों पर जीत.
जौनपुरः 14 ब्लॉक में बीजेपी और 2 ब्लॉक पर सपा का कब्जा
5.55 PM: बीजेपी को 500 से ज्यादा सीटों पर मिल चुकी हैं. बीजेपी के खाते में अब 508 सीटें आ चुकी हैं. जबकि सपा के खाते में 63 सीटें गई हैं. 76 सीटों पर अन्य लोगों को जीत मिली है.
फिरोजाबाद में 9 से 7 ब्लॉक पर बीजेपी का कब्जा
फिरोजाबाद में 9 ब्लॉक है जिसमें से 3 ब्लॉक (एका ब्लॉक, टूंडला ब्लॉक और नारखी ब्लॉक) से बीजेपी के उम्मीदवार निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख निर्वाचित हो चुके थे. जबकि जिले के 6 ब्लॉक में आज वोटिंग हुई.
जिले में 3 निर्विरोध जीत के अलावा बीजेपी ने आज 4 सीटों पर जीत हासिल की. हालांकि हाथवंत (खैरगढ़) ब्लॉक में बीजेपी को हार मिली है और यहां से निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत हासिल की है. मदनपुर ब्लॉक में भी निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव जीत गए हैं. फिरोजाबाद से 2 निर्दलीय प्रत्याशी जीते हैं.
हालांकि सपा ने आरोप लगाया है कि उनके BDC सदस्यों को वोट ही नहीं डालने दिया गया. सपा ने कहा कि जब उनके समर्थित वोटर वोट डालने गए तो पहले ही उनका वोट डल चुका था.
आगरा में बीजेपी की सभी 15 सीटों पर जीत
ब्लॉक प्रमुखों के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को बड़ी जीत मिलती दिख रही है. 825 ब्लॉकों में से बीजेपी को अब तक 405 सीटें मिल चुकी हैं. जबकि समाजवादी पार्टी को 38 सीटों पर जीत मिली है. अन्य को 50 सीटों पर जीत मिली. बीजेपी को आगरा के सभी 15 ब्लॉक प्रमुख सीट पर जीत मिली है.
वाराणसी में ब्लॉक प्रमुखों के चुनाव में बीजेपी ने सभी 8 सीटों पर कब्जा जमा लिया है. वाराणसी में बीजेपी को 6 तो सहयोगी अपना दल को 2 सीट हासिल हुई है. मिर्जापुर में 12 में से 10 सीटों पर बीजेपी को जीत मिली है. 10 में से 9 में बीजेपी तो 1 सीट अपना दल के खाते में गई है.
उन्नावः मियागंज में वोटिंग से रोकने की कोशिश
उन्नाव के मियागंज ब्लॉक में मतदान को लेकर भारी बवाल हुआ. बीडीसी सदस्यों को वोट डालने से दबंगों ने रोकने की कोशिश का. दबंगों ने वोट डालने जा रहे बीडीसी को खेतों में दौड़ाया. कई बीडीसी सदस्यों को दौड़ा कर पीटा गया. मियागंज में खेत से दौड़कर भागते लोगो का वीडियो वायरल भी हो गया है.
लखीमपुर खीरीः लखीमपुर ब्लॉक से 8 वोट से मिली जीत
लखीमपुर खीरी के पलिया ब्लॉक से बीजेपी प्रत्याशी वीरेन्द्र शुक्ला विजयी हुए हैं. उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी को हराया. जबकि बेहजम ब्लॉक से सपा प्रत्याशी बीना राज 88 वोट से जीत गई हैं. बीजेपी प्रत्याशी रामदेवी को सिर्फ 13 वोट मिले हैं. इसी तरह गोला ब्लॉक से सपा की ममता वर्मा जीत गई हैं. उनको 132 वोट मिले जबकि बीजेपी प्रत्याशी विमल वर्मा 86 वोट ही मिले.
लखीमपुर ब्लॉक से बीजेपी की दिव्या सिंह ने 82 वोट हासिल किए और महज 8 वोटों के अंतर से चुनाव जीत गई हैं. बीजेपी के बागी प्रत्याशी आशुतोष वर्मा को 74 वोट मिले हैं.
मुजफ्फरनगर से लेकर हमीरपुर तक हंगामा
ब्लॉक प्रमुख चुनाव के बीच यूपी के कुछ इलाकों में टकराव के मामले सामने आए थे. मुजफ्फरनगर ब्लॉक प्रमुख चुनाव में बीजेपी व विपक्ष कार्यकर्ताओ में नोकझोंक हो गई थी जिसके बाद दोनों पक्षों ने जमकर हंगामा किया. हंगामा कर रहे लोगों को पुलिस ने लाठी लेकर खदेड़ दिया था. जिले के बुढ़ाना ब्लॉक के वोटिंग केंद्र पर जाने को लेकर दोनों पक्षों में विवाद शुरू हुआ था जिसके बाद सत्ताधारी व विपक्ष आमने सामने खड़े होकर नारेबाजी करने लगे थे. वहीं यूपी के हमीरपुर जिले से भी हंगामे की खबर आई थी. अमरोहा में भी सपा और बीजेपी समर्थकों के बीच झड़प हुई थी.
लेकिन नामंकन के दौरान जिस तरह की हिंसा देखने को मिली थी, उसे देखते हुए इस बार प्रशासन द्वारा ज्यादा सख्त इंतजाम किए गए थे. उसका असर जमीन पर भी दिख रहा था क्योंकि कही भी कोई बड़ी घटना होती नहीं दिखी. कुछ जनपदों में कैंडिडेट और उनके समर्थक आमने सामने आ गए थे लेकिन समय रहते ही पुलिस ने सिचुएशन पर काबू पा लिया जिससे किसी तरह की अराजकता नहीं हुई. लखीमपुर खीरी जिले में जरूर नकहा ब्लाक में जमकर बवाल हुआ था. एक वोट को लेकर विवाद शुरू हुआ था और प्रत्याशी आपस में ही भिड़ लिए थे. लेकिन पुलिस ने वहां भी स्थिति को बेकाबू नहीं होने दिया और लाठी चार्च कर नियंत्रण पा लिया.
बताया गया है कि मतगणना के दिन के लिए 145 पीएसी कंपनीज और 2 कंपनी प्लेट्यू फोर्स को डिप्लॉय किया गया है. सख्त निर्देश थे कि कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखा जाए और कही भी हिंसा ना होने दी जाए. उन निर्देशों का जमीन पर पालन होता दिखा है.
कौन जीत रहा, कौन हारा
अभी के लिए मतगणना जारी है और नतीजे आने भी शुरू हो लिए हैं. जानकारी मिली है कि बागपत ब्लॉक में बीजेपी हार गई है. वहां पर निर्दलीय ने जीत हासिल की है. वहीं छपरौली ब्लॉक में RLD ने जीत का परचम लहराया है. पिलाना ब्लॉक में काउंटिंग जारी है, कुछ देर में वहां के भी नतीजे भी साफ होने लगेंगे.
पलिया से बीजेपी प्रत्याशी वीरेन्द्र शुक्ला ने जीत हासिल कर ली है. उन्होंने निर्दलीय को हरा दिया है. लखीमपुर ब्लॉक से बीजेपी की दिव्या सिंह को 82 वोट मिले हैं और उन्होंने अपने विरोधी आशुतोष वर्मा को शिकस्त दे दी है. बेहजम को लेकर जानकारी आई है कि वहां पर सपा ने बाजी मार ली है. बीना राज 88 वोट से जीत ली हैं. उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी रामदेवी को पराजित कर दिया है.
लखीमपुर की 9 ब्लॉक में से दो ब्लॉक का रिजल्ट भी घोषित कर दिया गया है. धौरहरा में सपा के ब्लॉक प्रमुख पद के उम्मीदवार इंद्रेश चौधरी को 81 वोट मिले हैं, वहीं बीजेपी के दृगराज मौर्य को सिर्फ तीन वोट से संतुष्ट होना पड़ा. नकहा ब्लॉक प्रमुख सीट पर बीजेपी के पवन गुप्ता 60 वोट लेकर जीत हासिल कर गए हैं.
यूपी ब्लॉक प्रमुख चुनाव से जुड़ी बड़ी बातें
- प्रदेश में ब्लॉक प्रमुख के 476 पदों के लिए आज मतदान हुआ है. मतदान पूर्वान्ह 11 बजे शुरू हुआ था और दोपहर तीन बजे खत्म हुआ. अब मतगणना हो रही है और फिर परिणाम घोषित किये जाएंगे.
- कल (शुक्रवार) हुए नामांकन दाखिले में राज्य के 75 जिलों के 825 ब्लॉक प्रमुख पदों के लिए कुल 1778 नामांकन प्राप्त हुए थे.
- इनमें से जांच के दौरान 68 नामांकन रद्द कर दिये गये थे. इसके बाद कुल 1710 उम्मीदवार बचे थे. कल नामांकन वापसी के दिन कुल 187 उम्मीदवारों ने अपने नामांकन वापस ले लिये.
- कुल 349 पदों पर एक-एक उम्मीदवार ही बचे होने की वजह से उन्हें निर्विरोध विजयी घोषित किया गया जिनमें बीजेपी का 334 सीटों पर जीतने का दावा है. अब बाकी बचे 476 पदों के लिए आज मतदान होगा.
- प्रदेश के 825 ब्लॉक में क्षेत्र पंचायत सदस्य के कुल 75852 पद हैं. यही क्षेत्र पंचायत सदस्य अपने बीच में से ही किसी एक क्षेत्र पंचायत सदस्य को अपना ब्लाक प्रमुख चुनने के लिए मतदान करेंगे.
- गोण्डा जिले के मुजेहना ब्लाक की क्षेत्र पंचायत का कार्यकाल पूरा न होने के कारण यहां ब्लाक प्रमुख का चुनाव नहीं हो रहा है.
हिंसा की घटनाओं के बाद पुलिस अलर्ट
चंदौली में कुल 9 ब्लॉक हैं जिनमें से 4 ब्लॉकों पर पहले ही निर्विरोध ब्लाक प्रमुख चुन लिए गए हैं.यह सभी भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी थे.आज चंदौली के पांच ब्लाकों पर ब्लॉक प्रमुख पद के लिए मतदान हुआ था.नामांकन के दौरान जिस तरह से उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हिंसा हुई थी.उसको लेकर पुलिस अलर्ट मोड पर है और हर एक मतदान केंद्र पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
चुनाव से पहले हिंसा की घटनाएं
चुनाव से पहले यूपी के कई जिलों से हिंसा की घटनाएं भी सामने आईं. शुक्रवार को सूबे के मऊ जिले में बीजेपी समर्थित दोहरीघाट ब्लॉक प्रमुख प्रत्याशी पर बदमाशों ने फायरिंग कर दी. गनीमत यह रही कि गोली, प्रत्याशी प्रेम शंकर राय के हाथ में लगी. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दोहरीघाट में इलाज के बाद उनको रेफर कर दिया गया.
यह घटना मऊ जिले के दोहरीघाट थाना क्षेत्र के करौली माइनर के पास घटित हुई . चुनाव से ठीक पहले हुई इस घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गयी. प्रेम शंकर राय मधुबन थाना क्षेत्र के कटघरा के रहने वाले हैं. वह क्षेत्र से वापस अपने घर जा रहे थे तभी बाइक सवार बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी और घटनास्थल से फरार हो गए.
लखीमपुर खीरी में प्रस्तावक महिला के साथ बदसलूकी
लखीमपुर के पलिया ब्लॉक में कांग्रेस के प्रत्याशी और प्रस्तावक को बीजेपी के समर्थक खींचकर ले जाने लगे. पुलिस इसके बाद लाठी भी कार्रवाई करती नजर नहीं आई. वहीं, लखीमपुर के एक दूसरे विकासखंड में समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार के नामांकन में प्रस्तावक महिला के कपड़े तक विरोधी खींचते नजर आए. कार्रवाई करते हुए दो बीजेपी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है.
बलरामपुर में बीजेपी समर्थित प्रत्याशी ने वापस लिया नाम
वहीं उत्तर प्रदेश के बलरामपुर के तुलसीपुर ब्लॉक प्रमुख चुनाव में मतदान से कुछ घंटे पूर्व बीजेपी प्रत्याशी ने अपनी उम्मीदवारी छोड़ सभी को चौंका दिया था. बागी प्रत्याशी के समर्थन में अनीता सिंह ने पर्चा वापस ले लिया था. ऐसा कहा गया कि उन्होंने बीजेपी की बागी प्रत्याशी स्वामिता सिंह के समर्थन में उम्मीदवारी वापस ले ली थी.