
उत्तर प्रदेश की सत्ता में बीजेपी के आने के बाद से ही योगी आदित्यनाथ सरकार सूबे के धार्मिक स्थलों को लेकर खासा मेहरबान रही है. ऐसे मे योगी सरकार ने अपने इस कार्यकाल का आखिरी बजट सोमवार को पेश किया तो इसमें भी उसकी झलक साफ दिखी. वित्तमंत्री सुरेश खन्ना ने 5 लाख 50 हजार 270 करोड़ का ऐतिहासिक बजट पेश किया है. चुनावी साल होने की वजह से योगी सरकार ने बजट में नौजवानों से लेकर किसानों और महिलाओं को सौगात देने साथ-साथ अपने मूल एजेंडे का ख्याल रखा है. अयोध्या ही नहीं काशी समेत चित्रकूट, जैसे पौराणिक धार्मिक स्थलों को सजाने और संवारने के लिए योगी सरकार ने खजाना खोल दिया है.
'अयोध्यामय' रहा योगी सरकार का बजट
यूपी सरकार के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने अपने बजट भाषण में कहा कि श्री राम जन्म भूमि मंदिर और अयोध्या धाम तक पहुंच मार्ग के निर्माण हेतु 300 करोड़ रुपये की बजट व्यवस्था की गई है. साथ ही अयोध्या में पर्यटन सुविधाओं के विकास एवं सौन्दर्यीकरण के लिए 100 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित की गई है. अयोध्या स्थित सूर्यकुंड के विकास सहित अयोध्या नगरी के सर्वांगीण विकास की भी सौगात दी गई है.
योगी सरकार ने बजट में अयोध्या एयरपोर्ट का नाम भी मर्यादा पुरुषोत्तम राम के नाम पर किए जाने की घोषणा की, जिसके बाद सदन में बीजेपी सांसदों ने जय श्रीराम के नारे लगाए. अयोध्या एयरपोर्ट के लिए योगी सरकार ने 101 करोड़ की राशि तय की है.
काशी-चित्रकूट को मिली सौगात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को भी सजाने और संवारने के लिए योगी सरकार लगातार कोशिशों में जुटी है. काशी में पर्यटन सुविधाओं के विकास तथा सौन्दर्यीकरण के लिए योगी सरकार ने बजट में 100 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है. पर्यटन स्थलों की विकास योजना के लिए 200 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित की गई है.
काशी के साथ चित्रकूट में पर्यटन विकास की विभिन्न योजनाओं के लिए 20 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित की गयी है. इसके अतिरिक्त विन्ध्याचल एवं नैमिषारण्य में स्थल विकास के लिए 30 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गयी है. योगी सरकार ने इसके अयोध्या और जेवर एयरपोर्ट के साथ-साथ चित्रकूट और सोनभद्र एयरपोर्ट से 2021 में हवाई सेवाओं का संचालन शुरू करने का दावा किया है. वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि संस्कृत विद्यालयों को गुरुकुल पद्धति के अनुसार संचालित किया जाएगा. विद्यार्थियों को निःशुल्क छात्रावास और भोजन की व्यवस्था होगी.
इसके अलावा योगी सरकार ने चौरी-चौरा कांड 100 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में पूरे वर्ष चलने वाले चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव के लिए 15 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित की है. लखनऊ में उत्तर प्रदेश जनजातीय संग्रहालय के निर्माण हेतु 8 करोड़ रुपये तथा शाहजहांपुर में स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय की वीथिकाओं के लिए 4 करोड़ रुपये की व्यवस्था का प्रस्ताव रखा है.
सहित्यकारों के लिए 11 लाख का पुरस्कार
प्रदेश में ख्यातिलब्ध साहित्यकार एवं कलाकार जो अन्य किसी पुरस्कार से सम्मानित नहीं हो सके हैं , को 'उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान' प्रदान किये जाने का निर्णय लिया गया है. इस योजना के अन्तर्गत प्रत्येक वर्ष अधिकतम 5 व्यक्तियों को सम्मानित किया जाएगा तथा सम्मानित प्रत्येक व्यक्ति को 11 लाख रुपये की सम्मान राशि प्रदान की जाएगी. हालांकि, योगी सरकार ने सत्ता में आने के बाद समाजवादी सरकार में सहित्यकार और पत्रकारों को दी जाने वाली सम्मान निधि बंद कर दी थी.