
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को वाराणसी के जंगमबाड़ी मठ के एक कार्यक्रम में पहुंचे थे. जहां उन्होंने लोगों को संबोधित किया. इस दौरान सीएम ने कहा कि काशी में मां अन्नपूर्णा की विशेष कृपा है. पिछले 2 वर्ष पहले मैं यहां गुरुकुल शताब्दी कार्यक्रम में शामिल हुआ था, उस समय प्रधानमंत्री जी भी थे. उन्होंने कहा कि हम सब धर्म के अनुयायी हैं और भारत के भी अनुयायी हैं. सीएम ने कहा कि आज भारत विकास के नए आयाम तय कर रहा है. जब राष्ट्र मजबूत होता है तो धर्म भी मजबूत होता है.
एक भारत, सशक्त भारत
आज भारत दुनिया के सामने एक भारत, सशक्त भारत के रूप में आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि मत, धर्म, सम्प्रदाय सबका सम्मान होना आवश्यक है. 21 जून को विश्व योग दिवस के रूप में पूरी दुनिया इसमें शामिल होगी, ये भी प्रधानमंत्री जी के ही प्रयास से हुआ है.
भारत में अलग अलग पंथ सम्प्रदाय हैं
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयागराज कुम्भ को भी यूनेस्को ने मान्यता दी है. ये भारत की वैश्विक मंच पर सशक्त होने का प्रमाण है. उन्होंने कहा, भारत में अलग अलग पंथ सम्प्रदाय हैं. ये अलग अलग रास्ते हैं, लेकिन लक्ष्य एक है, वसुधैव कुटुम्बकम की भावना को दिखाता है. मैं दक्षिण में गया, लेकिन मैं हमेशा मठ मंदिर में ही रुका.
मठों में ज्ञान की परंपरा को ही बढ़ाया जाता है
मठ में एक पीढ़ी दूसरी पीढ़ी को संस्कारो को आगे बढ़ाने का कार्य करती है, मठों में ज्ञान की परंपरा को ही बढ़ाया जाता है. धर्म की स्थापना करने के लिए मठ हमेशा अग्रसर रहे. काशी में काशी विश्वनाथ धाम नए स्वरूप में आ गया है, काशी की पहचान बाबा विश्वनाथ से है. यही काम अयोध्या में भी हो रहा है. हमारा प्रयास है कि देश के अलग-अलग मठों के लिए उनके केंद्र की स्थापना के लिए हर संभव प्रयास व जमीन आवंटन हो.