
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देशों के बाद यूपी पुलिस एक्टिव मोड में आ गई है. पुलिस अब अपने अक्षम और भ्रष्ट पुलिसकर्मियों को जबरन रिटारमेंट पर भेजने की तैयारी में है. अब अक्षम पुलिस अधिकारियों को रिटायर होना होगा. डीजीपी मुख्यालय ने रेंज और जोन कार्यालयों और पुलिस इकाइयों से जबरन रिटायर किए जाने वाले कर्मचारियों की सूची हर हाल में 30 जून तक मांगी है.
इन रिपोर्ट्स को पुराने शासनादेशों का हवाला देकर मांगा गया है. यूपी पुलिस के डीआईजी मुख्यालय ने सूबे के सभी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि 31 मार्च 2019 को 50 वर्ष की आयु पार कर चुके पुलिसकर्मियों की लिस्ट सीएम ऑफिस में जल्द से जल्द भेजी जाए.
यूपी सरकार ने उन अधिकारियों के नाम भी मांगे हैं जिनके खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले हैं. यूपी पुलिस की कार्रवाई से ऐसे भी अधिकारी नहीं बच सकेंगे जिनका अतीत दागदार रहा है, विभागीय जांच चल रही है या जिनके खिलाफ गंभीर आपराधिक मामलों में बड़ी शिकायत रही हो.
जिन पुलिसकर्मियों के खिलाफ भ्रष्टाचार, लूट और डकैती के मुकदमे हैं उनकी भी स्क्रीनिंग की जाएगी. स्क्रीनिंग की लिस्ट शासन को भेजी जाएगी. प्रशासन कर्मचारियों पर मामले की गंभीरता को देखते हुए एक्शन लेगा.
आपराधिक और भ्रष्टाचार के दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. पुलिस ऐसे भी अधिकारियों की छुट्टी करेगी जिनके ऊपर कामचोरी का आरोप लगा है.
बता दें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों में व्याप्त भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के साफ संकेत दे दिए हैं. योगी ने कहा है कि जो भी अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाए उसकी संपत्ति जब्त कर ली जाए.