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'संगठन सरकार से बड़ा है...' क्या केशव प्रसाद मौर्य बनेंगे यूपी BJP के नए अध्यक्ष?

बीजेपी यूपी में नए अध्यक्ष की तलाश में है. पिछले पांच महीने से नए नाम पर मंथन चल रहा है. पार्टी को एक ऐसे चेहरे की तलाश है जो मिशन 2024 को ध्यान में रखकर संगठन को मजबूती दे सके. हाल ही में पार्टी ने प्रदेश में नए संगठन महामंत्री को भी नियुक्त किया है. अब अध्यक्ष की तलाश भी जल्द पूरी करना चाहती है.

UP के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य. UP के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य.
कुमार अभिषेक
  • लखनऊ,
  • 21 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 9:09 PM IST

उत्तर प्रदेश में नए बीजेपी अध्यक्ष के नाम की अटकलों के बीच उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर राजनीतिक रूप से बड़ा संकेत दिया है. केशव ने ट्वीट कर लिखा- 'संगठन सरकार से बड़ा है' उन्होंने अपने इस इशारे को लेकर जोर भी दिया. यही वजह है कि इस ट्वीट को उन्होंने ट्विटर अकाउंट पर पिन किया है. केशव के इस ट्वीट के बाद नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर आहट साफ झलक रही है और इसके बड़े मायने निकलने शुरू हो गए हैं.

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दरअसल, बीजेपी यूपी में नए अध्यक्ष की तलाश में है. पिछले पांच महीने से नए नाम पर मंथन चल रहा है. पार्टी को एक ऐसे चेहरे की तलाश है जो मिशन 2024 को ध्यान में रखकर संगठन को मजबूती दे सके. हाल ही में पार्टी ने प्रदेश में नए संगठन महामंत्री को भी नियुक्त किया है. अब अध्यक्ष की तलाश भी जल्द पूरी करना चाहती है.

पार्टी को एक अनुभवी और लोकप्रिय चेहरे की तलाश

बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, पार्टी को अध्यक्ष के रूप में एक ऐसे चेहरे की तलाश है, जो लोकप्रिय हो और अनुभवी भी हो. संगठन का कुशल शिल्पी भी माना जाता हो. इसके साथ ही यूपी में कास्ट फैक्टर का भी ध्यान रखना है. माना जा रहा है कि इन सभी खांचों में केशव प्रसाद फिट बैठते हैं. हालांकि, चर्चा ये भी है कि पार्टी ब्राह्मण और दलित के नाम पर भी विचार कर रही है. लेकिन, इसकी संभावना कम ही नजर आ रही है.

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मौर्य बन रहे पार्टी की पसंद

इसके अलावा, हाल के घटनाक्रमों के बाद से भी माना जा रहा है कि केशव प्रसाद मौर्य एक बार फिर पार्टी में पसंदीदा नेता बनकर उभर रहे हैं. 10 दिन पहले पार्टी ने केशव प्रसाद मौर्य को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. उन्हें विधान परिषद में नेता सदन बनाया गया है. बता दें कि पहले ये जिम्मेदारी स्वतंत्रदेव सिंह के पास थी. स्वतंत्रदेव ने पहले पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दिया, उसके बाद उनसे विधान परिषद के नेता सदन की जिम्मेदारी भी पार्टी ने वापस ले ली थी. कुछ दिन पहले मौर्य ने दिल्ली में पार्टी हाइकमान से भी मुलाकात की थी.

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