
उत्तर प्रदेश चुनाव में बीजेपी की दोबारा सत्ता में वापसी हो गई है. एक मजबूत गठबंधन करने वाली सपा बहुमत के जादुई आंकड़े से काफी पीछे रह गई. ना जयंत चौधरी का साथ उन्हें जिता पाया और ना ही स्वामी प्रसाद मौर्य का कोई फायदा मिल पाया. इन दोनों के अलावा सपा ने ओम प्रकाश राजभर की पार्टी से भी गठबंधन किया था. अब जब चुनाव में हार हो गई है तो उन्होंने हर मुद्दे पर बेबाक जवबा दिया है.
जब उनसे सवाल पूछा गया कि क्या वे अब अखिलेश यादव का साथ छोड़ देंगे, इस पर राजभर ने साफ कर दिया है कि वे सपा प्रमुख के साथ अपना गठबंधन जारी रखने वाले हैं. वे कहते हैं कि मैं अखिलेश यादव के साथ ही रहूंगा. अभी से हम 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारी करेंगे. अखिलेश यादव से मुलाकात की है, हमारी सीटें बढ़ी हैं और सपा गठबंधन 125 सीटों तक पहुंचा. यह हमारी हार नहीं बल्कि गठबंधन की जीत है. चुनाव में बीजेपी के दिग्गज हारे हैं, उन्हें भी अपनी कमजोरी का पता है, सपा के साथ गठबंधन जारी रहेगा.
इस सब के अलावा राजभर ने मायावती पर भी निशाना साधा. उनके वोट ट्रांसफर वाले बयान पर राजभर ने दो टूक कह दिया है कि एक सीट पर सिमटने वाली मायावती मुस्लिम वोट ट्रांसफर होने की क्या बात करती हैं. उनकी खुद की पार्टी हाशिए पर आ गई है.
उनकी लगातार बीजेपी नेता दयाशंकर सिंह से मुलाकात होती रहती है, ऐसे में इस पर भी सवाल पूछा गया. जानने का प्रयास रहा कि क्या राजभर फिर बीजेपी का रुख कर सकते हैं? इस पर उन्होंने बताया कि जब योगी, मुलायम सिंह के यहां चाय पी सकते हैं तो मैं दयाशंकर के यहां क्यों नहीं जा सकता? पिछड़ों के आरक्षण और जातिगत जनगणना को बीजेपी ने कभी नहीं माना, इसीलिए वहां जाने का सवाल ही नहीं.
इस सब के अलावा ओपी राजभर ने इस बात पर भी जोर दिया कि यूपी की जनता बीजेपी के झूठे वादों में फंस गई. उन्होंने कहा कि बीजेपी के झूठे वादे और छलावे का सच जनता अब 5 साल में देखेगी. बीजेपी ने कहा कि मुफ्त बिजली देंगे और अब खबर यह है कि बिजली के दाम यूपी में बढ़ने जा रहे हैं.