
उत्तर प्रदेश में बदमाशों के बीच योगी सरकार और पुलिस प्रशासन का खौफ साफ देखा जा रहा है. अब मैनपुरी में दो लुटेरों ने पुलिस के सामने सरेंडर किया है. दोनों बदमाश सरेंडर करने एसपी ऑफिस पहुंचे थे. मैनपुर में पकड़े गए इन बदमाशों के हाथ में बैनर भी थे. इनपर लिखा था,'पुलिस हमारा एनकाउंटर कर देगी. हमें बचा लो', 'हम लुटेरे हैं, हमें जेल भेज दो.' जानकारी के मुताबिक, मैनपुरी के किशनी इलाके में इन्होंने लूट की वारदात को अंजाम दिया था. तब से पुलिस और सर्विलांस टीम इनके पीछे थी.
उत्तर प्रदेश में पिछली योगी सरकार और मौजूदा योगी सरकार 2.0 में बदमाशों में प्रशासन का खौफ दिखाती ऐसी तस्वीरें खूब सामने आई हैं.
योगी 2.0 में बुलडोजर का भी खौफ
योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में अब बुलडोजर का खौफ भी खूब देखने को मिल रहा है. जानकारी के मुताबिक, 28 मार्च को जानकारी सामने आई थी कि सरकार बनने के 14 दिनों में ही 50 से ज्यादा अपराधियों ने बुलडोजर के खौफ से सरेंडर कर दिया था. कई ऐसे मामले सामने आए जिसमें आरोपी फरार था, लेकिन जैसे ही उसके घर के बाहर बुलडोजर पहुंचा, आरोपी ने सरेंडर कर दिया.
यह भी पढ़ें - यूपी में बढ़ा बुलडोजर का खौफ, कब चलता है और क्या है नियम? ADG लॉ एंड ऑर्डर ने बताया
यूपी पुलिस ने बताया था कि जब अपराध करने के बाद अपराधी लगातार भाग रहा हो. जब अपराधी कानूनी प्रक्रिया और वारंट के बाद भी सरेंडर नहीं करता है तब प्रशासन उसकी अपराध से कमाई संपत्ति पर कुर्की का आदेश लेने के बाद बुलडोजर चलाने की कार्रवाई की जाती है. यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर के मुताबिक इसके लिए जरूरी है कि वो संपत्ति अपराध की कमाई से बनाई गई हो.
शामली में 17 बदमाशों ने हाथ उठाकर किया सरेंडर
यूपी में योगी सरकार की दोबारा वापसी के बाद शामली में एनकाउंटर के डर से 23 मार्च को करीब 18 अपराधियों ने आत्मसमर्पण कर दिया था. शामली पुलिस के सामने जिन 18 अपराधियों ने आत्मसमर्पण किया था उसमें कई गैंगस्टर और गौ तस्कर शामिल थे. इन बदमाशों ने पुलिस के सामने जीवन में कभी अपराध नहीं करने की कसम भी खाई थी. ये सभी अपराधी अपना हाथ उठाकर थाने पहुंचे और एसएचओ के सामने पेश होकर खुद को सरेंडर कर दिया. थाने में सरेंडर करने पहुंचे अपराधियों में सनव्वर, मंजूर हसन, उम्मेद, मशरुफ, अकबर, सलीम, नौशाद, ताहिर, सुहेब, गुलबहार, मुस्तकीम, मेहराब, नौशाद, सलीम, इन्तजार, शहजाद, अब्दुलगनी और नौशाद शामिल थे.