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'अस्पताल में खाली है बिस्तर' कोर्ट ने तुरंत किया फैक्ट चेक तो UP सरकार के दावे की खुली पोल!

इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान अधिवक्ता अनुज सिंह ने कोर्ट को जानकारी दी कि सरकार ने लेवल 2 और लेवल 3 के सभी अस्पतालों में खाली पड़े बेड की जानकारी देने के लिए एक पोर्टल भी बनाया है, जिससे लोगों को ये जानकारी मिल सकेगी की इन अस्पतालों में कितने बेड खाली है. इसी तथ्य का कोर्ट ने फैक्ट चेक कर दिया.

 इलाहाबाद हाईकोर्ट (फाइल फोटो) इलाहाबाद हाईकोर्ट (फाइल फोटो)
पंकज श्रीवास्तव
  • इलाहाबाद ,
  • 07 मई 2021,
  • अपडेटेड 8:28 AM IST
  • यूपी सरकार ने एक पोर्टल के बारे में बताया
  • पोर्टल पर अस्पतालों में बिस्तरों की उपलब्धता का दावा
  • कोर्ट ने करवाया फोन तो कोई बिस्तर उपलब्ध नहीं

उत्तर प्रदेश में कोविड के बढ़ते मामलों को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट स्वतः संज्ञान लेकर सुनवाई कर रही है, वहीं हाईकोर्ट ने प्रदेश सरकार से 27 अप्रैल के दिन कई बिंदुओं पर जवाब मांगा था, लेकिन अभी तक कोई जवाब दाखिल नही किया जा सका है. वहीं सुनवाई के दौरान अधिवक्ता अनुज सिंह ने कोर्ट को ये जानकारी दी कि सरकार ने लेवल 2 और लेवल 3 के सभी अस्पतालों में खाली पड़े बेड की जानकारी देने के लिए एक पोर्टल भी बनाया है, जिससे लोगों को ये जानकारी मिल सकेगी की इन अस्पतालों में कितने बेड खाली है.

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इसका एक उदाहरण देते हुए अधिवक्ता अनुज सिंह ने लखनऊ के एक अस्पताल हरिप्रसाद इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के बारे में बताया कि मंगलवार के दिन यहां 190 बेड उस पोर्टल में खाली बताये गए हैं. इस बात की सच्चाई जानने के लिए वर्चुवल सुनवाई के दौरान कोर्ट ने वकील अनुज सिंह से उस पोर्टल के नंबर पर फोन करने के लिए कहा.

जब अधिवक्ता अनुज सिंह ने अस्पताल में फोन किया तो लेवल 2 और लेवल 3 के बेड खाली न होने की जानकारी दी गई. चौंकाने वाली बात ये थी कि उस वक्त भी सरकारी ऑनलाइन पोर्टल पर बेड खाली दिखाए जा रहे थे, इस पर कोर्ट ने कहा कि ये पोर्टल शक पैदा करता है जहां सरकार प्रदेश में 17,614 आइसोलेशन बेड और 5,510 आईसीयू बेड होने का दावा कर रही है. लेकिन सच्चाई इससे अलग है.

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आपको बता दें कि पूरे यूपी में लॉकडाउन लगा हुआ है. इस लॉकडाउन को भी अब बढ़ा दिया गया है. अब आने वाले सोमवार यानी 10 मई की सुबह 7 बजे तक पूरे प्रदेश में लॉकडाउन लागू रहेगा. इससे पहले पहले गुरुवार यानी 6 मई की सुबह 7 बजे तक ही पाबंदी लगाई गई थी.

 

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