
UP News: राजधानी लखनऊ के हजरतगंज स्थित लेवाना सुइट्स होटल (levana suites hotel) में हुए अग्निकांड को लेकर अधिकारियों के बीच मतभेद नजर आ रहा है. लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) वीसी ने साल 2017 ls लेकर 2022 के बीच होटल के जोन में तैनात इंजीनियरों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए थे. उनके इस आदेश पर शासन की ओर से सवाल किया गया है. वीसी से पूछा गया है कि इंजीनियरों के अलावा क्या दूसरे विभागों के अधिकारी-कर्मचारी दोषी नहीं हैं?
एलीडीए के वीसी इंद्रमणि त्रिपाठी ने होटल अग्निकांड के बाद साल 2017 से लेवना सुइट्स होटल के जोन में तैनात रहे 22 इंजीनियरों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए थे. अब उनके इस आदेश पर संयुक्त सचिव लाल धीरेंद्र राव ने एलडीए वीसी को पत्र लिखा है. पत्र में अन्य विभागों के दोषी अफसर और कर्मचारियों की भूमिका पर स्टेटस रिपोर्ट मांगी गई है.
लेवाना स्वीट्स होटल में लगी आग में 4 लोगों की मौत हो गई थी. शुरुआती जांच में यह बात सामने आई थी कि होटल में आग लगने को लेकर सुरक्षा इंतजाम नाकाफी थे. इसके अलावा गलत तरीके से होटल का संचालन किया जा रहा था.
ये हैं अग्निकांड की जांच टीम
लेवाना होटल में आग लगने की घटना के बाद से शासन एक्टिव मोड में है. सोमवार सुबह इस घटना के बाद जांच का सिलसिला तेज हो गया है. फायर विभाग की तरफ से तीन सदस्यों की फैक्ट फाइडिंग कमेटी (fact finding committee) जांच कर रही है.
दूसरी तरफ शासन स्तर पर पुलिस कमिश्नर लखनऊ एसबी शिरोडकर और लखनऊ मंडल आयुक्त डॉ. रोशन जैकब की कमेटी ने भी अग्निकांड मामले में अपनी जांच शुरू की है.
पुलिस कमिश्नर लखनऊ जांच करने के लिए मंगलवार सुबह लेवाना होटल पहुंचे थे. इस दौरान उनके साथ डीसीपी सेंट्रल अपर्णा कौशिक, फायर टीम के साथ फॉरेंसिक की टीम भी साथ थी.
लखनऊ पुलिस कमिश्नर ने साफ कहा कि हम हर पहलू की जांच कर रहे हैं. फायर विभाग की एनओसी के साथ सुरक्षा के इंतजामों को लेकर भी जांच की जा रही है और जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.