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यूपी की कितनी सड़कें हुईं गड्ढा मुक्त? ड्रोन कैमरे से होगा वेरिफिकेशन

यूपी सरकार ने सूबे की सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने का अभियान शुरू करते हुए इसके लिए 30 नवंबर की समय सीमा तय की थी. इस अभियान के दौरान सूबे की कितनी सड़कें गड्ढा मुक्त हुईं, इसका सत्यापन करने के लिए यूपी सरकार ड्रोन का उपयोग कर जीआईएस मैपिंग करेगी.

सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने के लिए सरकार ने तय की है 30 नवंबर तक की समय सीमा सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने के लिए सरकार ने तय की है 30 नवंबर तक की समय सीमा
आशीष श्रीवास्तव
  • लखनऊ,
  • 17 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 7:57 AM IST

उत्तर प्रदेश सरकार ने सूबे की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए अभियान चलाने का ऐलान किया था. सरकार ने सूबे की सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने का अभियान पूरा करने के लिए 30 नवंबर तक की मियाद निर्धारित की थी. अब सरकार की ओर से गड्ढा मुक्त सड़क अभियान के लिए निर्धारित समय सीमा के बस चंद दिन ही शेष बचे हैं, वेरीफिकेशन कैसे हो? इसे लेकर तैयारी शुरू हो गई है.

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यूपी सरकार सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के अभियान का सत्यापन करने के लिए ड्रोन की मदद लेगी. ड्रोन कैमरे के जरिए कितनी सड़कें गड्ढा मुक्त हुईं, इसका सत्यापन किया जाएगा. सड़कों की जीआईएस मैपिंग का काम भी इसके साथ-साथ ही होगा. यूपी सरकार के लोक निर्माण विभाग ने इसे लेकर आदेश भी जारी कर दिए हैं.

लोक निर्माण विभाग यानी पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों का दावा है कि सूबे की 88 फीसदी सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने का काम पूरा हो गया है. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में लोक निर्माण विभाग के तहत आने वाली सड़कों की कुल संख्या 114475 है. इनकी कुल लंबाई 2 लाख 76 हजार 42 किलोमीटर है. और इसमें गड्ढे की मरम्मत के लिए कुल 59572 किलोमीटर और विशेष मरम्मत के लिए 11918 किलोमीटर सड़क चिह्नित की गई है. 10973 किलोमीटर नई सड़क का निर्माण भी होना है.

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पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों का कहना है कि इतनी बड़ी संख्या में सड़कों की मरम्मत का सत्यापन करा पाना मुश्किल है. इस वजह से सत्यापन के लिए ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल किया जाएगा और हर कार्य की जीआईएस मैपिंग कराई जाएगी. पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों का कहना है कि इससे सड़क की वास्तविक स्थिति ऑनलाइन देखी जा सकेगी.

 

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