
ईद-उल अजहा (बकरीद) के मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बाद अब मौलानाओं ने भी मुस्लिम समाज से कुर्बानी में एहतियात बरतने की अपील की है. लखनऊ के मौलाना राशिद फिरंगी महली ने मुसलमानों से आह्वान किया है कि कुर्बानी के वक्त सफाई का ध्यान रखा जाए.
शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलों के डीएम और एसपी को निर्देश दिए थे कि बकरीद परंपरा के मुताबिक मनाई जाए. साथ ही इस बात का खास ध्यान हो कि कुर्बानी सड़कों के किनारे न हो और ही नालियों में कुर्बानी का बहाया जाए.
अब मौलाना राशिद फिरंगी महली ने अपील की है कि कुर्बानी के वक्त इस बात का ध्यान रखा जाए कि जानवरों की खून नालियों में ना बहे और उनके अवशिष्ट सड़कों पर ना फेंके जाएं. साथ ही कुर्बानी के वक्त तस्वीर न खींची जाए और न ही ऐसी कोई फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड की जाए.
बता दें कि योगी आदित्यनाथ की सरकार ने बकरीद को देखते हुए कुछ खास दिशा निर्देश प्रशासन को जारी किए हैं. जिसमें कुछ बातें आधिकारिक तौर पर प्रेस रिलीज में सामने आई हैं.
सीएम योगी ने साफ कहा है कि बकरीद के मौके पर गोवंश की कुर्बानी ना हो यह सुनिश्चित किया जाए. साथ ही परंपरा के मुताबिक अभी तक जहां पर कुर्बानी का स्थान सुनिश्चित है, वहीं पर उन जानवरों की कुर्बानी हो जो प्रतिबंधित श्रेणी में नहीं है. यानी कुर्बानी के लिए कोई नई जगह न बनाई जाए.
-जानवरों की कुर्बानी के बाद उनके अवशिष्ट साफ सुथरे तरीके से डिस्पोज किए जाएं.
-जानवरों की कुर्बानी के बाद खून नालों या सड़कों पर इधर उधर नहीं फेंका जाए.
यह दिशानिर्देश इसलिए जारी हुए हैं ताकि मिश्रित आबादी वाले इलाकों में दूसरे समुदाय की भावनाओं को देखते हुए कोई कानून व्यवस्था की स्थिति ना पैदा हो.
आज तक से बात करते हुए गृह सचिव अरविंद कुमार ने दिशा निर्देशों की तस्दीक की और कहा कि ऐसे दिशानिर्देश परंपरागत रूप से हर सरकार में जारी किए जाते हैं.