
उत्तर प्रदेश शासन ने सोमवार को तीन आईपीएस अधिकारियों का तबादल कर दिया. इसमें मिर्जापुर के पुलिस अधीक्षक अवधेश कुमार पांडे भी शामिल हैं. पीलीभीत और मिर्जापुर के पुलिस कप्तानों को हटाकर डीजीपी ऑफिस से संबद्ध किया गया है, जबकि सिद्धार्थनगर के पुलिस अधीक्षक को मिर्जापुर का एसपी बनाया गया है.
बता दें कि मिर्जापुर के हिनौता के प्राइमरी स्कूल में बच्चे मिड डे मील (दोपहर का भोजन) में नमक के साथ रोटी खाते दिखाई दिए थे. इस पूरे मामले में दो लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था. आरोप था कि एक पत्रकार ने फर्जी तरीके और गलत मंशा से स्कूल में बच्चों के मिड-डे मील के वीडियो बनाए और उसका साथ गांव के प्रधान ने भी दिया.
इस मामले में ग्राम प्रधान प्रतिनिधि राजकुमार पाल की गिरफ्तारी और पत्रकार पवन जायसवाल पर जिला प्रशासन की ओर से दर्ज कराए गए मुकदमे के विरोध में गांव के लोगों ने स्कूल का बहिष्कार किया था. गांव वालों का कहना था कि इस मामले में प्रशासन ने सरकार को खुश करने के लिए पत्रकार और प्रधान प्रतिनिधि के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. पत्रकार और प्रधान प्रतिनिधि को जबरन फंसाया गया है.
इस मामले में हुई कार्रवाई से योगी सरकार की काफी किरकिरी हुई थी. प्रशासन के एक्शन पर सोशल मीडिया पर खूब जंग छिड़ी थी. बताया जा रहा है कि मिर्जापुर एसपी अवधेश कुमार पांडे के खिलाफ कुछ शिकायतें डीजीपी मुख्यालय और शासन को भी मिली थीं. अब जबकि तीन अधिकारियों के तबादले किए गए हैं, तो उनमें अवधेश कुमार पांडे का भी नाम है.