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UP के मदरसों में अब सिर्फ मुस्लिम नहीं, हिंदू और सिख बच्चे भी पढ़ेंगे

उत्तर प्रदेश के मदरसा में पढ़ रहे छात्रों के मन में देशभक्ति की भावना जगाने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार लगातार कवायद कर रही है. इसके लिए मदरसों में दूसरे धर्म के बच्चों को भी प्रवेश दिया जाएगा. इसके अलावा योगी सरकार मदरसों में NCC और स्काउट-गाइड प्रशिक्षण शिविर भी शुरू करने जा रही है.

मदरसा में पढ़ते छात्र (फोटो-फाइल India Today) मदरसा में पढ़ते छात्र (फोटो-फाइल India Today)
नीलांशु शुक्ला
  • लखनऊ,
  • 18 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 5:15 PM IST

उत्तर प्रदेश के मदरसा में पढ़ रहे छात्रों के मन में देशभक्ति की भावना जगाने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार लगातार कवायद कर रही है. इसी के मद्देनजर मदरसा में पढ़ रहे छात्रों के लिए योगी सरकार राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC) और स्काउट-गाइड प्रशिक्षण शिविर शुरू कर रही है. इतना ही नहीं सरकार ने मदरसों में समाज के हर वर्ग के छात्रों को प्रवेश देने की योजना भी बनाई है. यही वजह है कि सरकार अब मदरसे में NCERT पाठ्यक्रम को शामिल कर रही है.

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उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक मामलों के राज्यमंत्री बलदेव औलख ने इंडिया टुडे से बातचीत करते हुए कहा, 'हम मदरसों को आधुनिक बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और इसीलिए वहां NCERT की किताबें उपलब्ध कराई जाएंगी. मदरसों में अब अरबी और उर्दू के अलावा अंग्रेजी, विज्ञान, गणित, हिंदी और अन्य विषयों को भी पढ़ाया जाएगा. इसलिए हम चाहते हैं कि मदरसे दूसरे धर्म के छात्रों को भी प्रवेश दें.'

योगी सरकार अगर अपनी इस योजना को अमलीजामा पहनाती है तो फिर मुस्लिम छात्रों के बजाय हिंदू, सिख, ईसाई समेत समाज के हर समुदाय के बच्चे भी मदरसों में पढ़ने के लिए दाखिला ले सकेंगे.

बलदेव औलख ने कहा,' हम यह भी चाहते हैं कि मदरसे के छात्र शारीरिक रूप से मजबूत बनें और देशभक्ति की भावना विकसित करें. सभी सरकारी वित्तपोषित मदरसों में एनसीसी, स्काउट-गाइड्स प्रशिक्षण शिविर भी आयोजित किए जाने चाहिए.'

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उन्होंने कहा कि इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलूंगा और मदरसों के लिए एक आदेश जारी किया जा सकता है. मंत्री ने यह भी कहा कि किसी भी गैरकानूनी गतिविधि को करने वाले शिक्षण संस्थानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मंत्री ने कहा कि हाल ही में बिजनौर के एक मदरसे से अवैध हथियार बरामद किए गए. सरकार न केवल ऐसे संस्थानों को बंद करेगी बल्कि मालिकों को भी जेल भेजेगी और आपराधिक गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

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