
उत्तर प्रदेश में मदरसों का सर्वे चल रहा है. तमाम नेता और मुस्लिम संगठन सरकार के इस फैसले पर सवाल उठा रहे हैं. वहीं, सरकार सर्वे कराकर नई सुविधाएं देने का दावा कर रही है. इसी बीच प्रदेश के पशु कल्याण मंत्री धर्मपाल सिंह ने आजतक से खास बातचीत में बताया कि वक्फ की संपत्ति का सर्वे चल रहा है. वक्फ संपत्तियां खुदा की हैं. खुदा की संपत्ति को बेचा नहीं जा सकता. यह किसी की निजी संपत्ति नहीं है.
संपत्ति से छेड़छाड़ करने वालों पर होगी कार्रवाई
मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि जिन लोगों ने मदरसे की संपत्ति से छेड़छाड़ की है या खराब करने की कोशिश की है, उन पर भी कार्रवाई होगी. मदरसे गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए हैं. हमारी सरकारी बच्चों तक शिक्षा पहुंचाने का काम सरकार कर रही है.
बच्चों की बेहतरी के लिए प्रयासरत सरकार
मंत्री ने कहा कि बच्चे उर्दू, अरबी फारसी पढ़ें, इसमें कोई दिक्कत नहीं है. सरकार चाहती है कि बच्चे आईएएस, आईपीएस, डॉक्टर और इंजीनियर बनें. इसीलिए बच्चों की बेहतरी के लिए ये प्रयास किए जा रहे हैं.
मदरसों को आधुनिक बनाने की कोशिश
योगी सरकार में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री दानिश अंसारी ने हाल ही में कहा था कि हम मदरसों की बेहतरी के लिए सर्वे करा रहे हैं. हमारा लक्ष्य मदरसों को आधुनिक बनाना है और हम वही करने की कोशिश कर रहे हैं. योगी सरकार में मदरसों में दीनी तालीम के साथ आधुनिक शिक्षा भी दी जा रही है. पहले की सभी सरकारों ने मुस्लिमों को सिर्फ वोट बैंक की तरह ही इस्तेमाल किया है. सिर्फ मोदी और योगी सरकार ने ही अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिये तमाम योजनाएं चलाई हैं. हमारी मंशा मदरसों को बुरा नाम देना नहीं है. हम किसी मदरसे पर बुल्डोजर नहीं चलाएंगे. हम मदरसों के बच्चों को मुख्य धारा से जोड़ रहे हैं.