
उत्तर प्रदेश के श्रम, सेवायोजन और समन्वय विभाग मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने जहां सरकार की उपलब्धियां गिनाईं, तो वहीं अपनी केंद्र की सरकार को उसकी 'बेचो नीति' पर भी घेरा. समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव के एयरपोर्ट को बेचने वाले बयान पर भी मौर्य ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि सरकारी उपक्रम को जनहित में बेचना नहीं चाहिए और उनको सुधार कर चलाना चाहिए. ऐसे उपक्रमों को प्राइवेट हाथों में नहीं दिया जाना चाहिए.
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने एक भाषण में कहा था कि सरकारी धन से बनने वाले एयरपोर्ट को बीजेपी बेचने के लिए बनवा रही है. मालूम हो कि गौतमबुद्ध नगर के जेवर में एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनने जा रहा है. पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ 25 नवंबर को इस एयरपोर्ट की आधारशिला रख चुके हैं.
वरुण गांधी पर किया पलटवार
प्रदेश में शिक्षक पात्रता परीक्षा (TTE) में लीक हुए पर्चे को लेकर भी योगी सरकार के मंत्री ने वरुण गांधी के एक ट्वीट का जवाब दिया. मौर्य ने कहा कि हमारी सरकार ने निष्पक्षता से नौकरी देने का काम किया है. इससे पहले भी पर्चे लीक हुए हैं लेकिन इतनी बड़ी कार्रवाई पहली बार हो रही है.
क्या है मामला
पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने ट्विटर के जरिए यूपी और केंद्र सरकार पर तीखा वार किया था. गांधी ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ''पहले तो सरकारी नौकरी ही नहीं है, फिर भी कुछ मौका आए तो पेपर लीक हो, परीक्षा दे दी तो सालों साल रिजल्ट नहीं, फिर किसी घोटाले में रद्द हो.' रेलवे ग्रुप डी के सवा करोड़ नौजवान दो साल से परिणामों के इंतज़ार में हैं. सेना में भर्ती का भी वही हाल है. आखिर कब तक सब्र करे भारत का नौजवान?''
बसपा आज जमीन पर आ गई
मायावती की पार्टी पर निशाना साधते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, मरे हुए कारे मैं मारता नहीं हूं. बसपा आज जमीन पर आ गई है. अब बहनजी के पास वजूद नहीं है. उनका वजूद उत्तर प्रदेश की राजनीति से खत्म हो गया है. वहीं, चुनाव में राममंदिर को मुद्दा बनाने के सवाल पर बीजेपी सरकार के मंत्री ने कहा कि हम केवल विकास के नाम पर ही चुनाव लड़ेंगे और विकास के मुद्दे पर ही जनता के बीच जाएंगे.