
यूपी में एक ओर जहां नगर निकाय चुनाव के लिए प्रशासनिक अधिकारी अपनी तैयारियां जोरों पर कर रहे हैं तो वहीं राजनीतिक पार्टियाें ने भी कमर कस ली है. समाजवादी पार्टी की ओर से निकाय चुनाव को लेकर दो विधायक प्रभारी के रूप में अलीगढ़ पहुंचे और संभावित प्रत्याशियों से उनका बायोडाटा लिया. इसे पार्टी मुख्यालय में जमा किया जाएगा.
अलीगढ़ में जेल पुल के नीचे समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक जफर आलम के कार्यालय पर निकाय चुनावों को लेकर सपा कार्यकर्ताओं ने बैठक का आयोजन किया. जिसमें गुन्नौर विधायक रामखिलाड़ी यादव और ठाकुरद्वारा विधायक नवाब जान प्रभारी के रूप में शामिल हुए. दोनों विधायकों ने कार्यकर्ताओं से बात की और चुनाव को लेकर रणनीति तैयार करने के निर्देश दिए. विधायक नवाब जान ने कहा की समाजवादी पार्टी के संरक्षक स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव के देहांत के बाद पार्टी को बड़ी क्षति हुई है, उन्होंने बताया कि निकाय चुनावों को लेकर अलीगढ़ के सभी पदाधिकारियों से बातचीत हुई है. वही इस बैठक में रामखिलाड़ी यादव द्वारा निकाय चुनाव मैं दमदार तरीके से चुनाव लड़ाने का दावा किया गया. उन्होंने बताया कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि हमें पूरी तैयारी के साथ निकाय चुनाव में उतरना है, इस चुनाव में किसी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए. उन्होने कहा कि अखिलेश यादव का यह संदेश हर कार्यकर्ता तक पहुंचा दिया गया है.
वहीं लखीमपुर में सपा विधायक रवि दास मल्होत्रा ने समाजवादी पार्टी के बैठक के बाद कहा कि दलित और पिछड़ी जाति के वोट काटे गए हैं. उन्होंने बताया कि 10 नवंबर को हम सब अखिलेश यादव के साथ दिल्ली जाएंगे और चुनाव आयोग को रिपोर्ट देंगे. निकाय चुनाव की तैयारी पर उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने तीन-तीन विधायकों को हर जिले का प्रभारी बनाया गया है.
सपा जुटाएगी वोटर लिस्ट से कटे नाम
चुनाव आयोग की नोटिस के बाद सपा वोटर लिस्ट में गलत ढंग से काटे गए नाम और उसका सबूत तलाशने में लग गई है. भारतीय निर्वाचन आयोग में कुछ दिन पहले समाजवादी पार्टी को एक नोटिस जारी किया था. लेटर में अखिलेश यादव के उस बयान का जिक्र था जिसमें उन्होंने कहा था कि हर विधानसभा सीट पर हमारे यादव और मुस्लिम समुदाय के करीब 20-20 हजार वोटरों को बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव आयोग ने हटा दिया.
प्रदेश पार्टी मुख्यालय से सभी प्रत्याशियों, निवर्तमान जिला/ महानगरों अध्यक्षों को बूथवार इसका ब्यौरा जुटा कर 3 नवंबर तक पार्टी कार्यालय लखनऊ में जमा करने का आदेश दिया गया. कुछ दिन पहले सपा सम्मेलन के दौरान अखिलेश यादव ने आरोप लगाया था कि हर विधानसभा से करीब 20000 यादव मुस्लिमों के नाम जानबूझकर काटे गए है. चुनाव आयोग ने सपा को नोटिस जारी कर 10 नवंबर तक आरोपों पर सबूत देने को कहा है. जिसके बाद अब सपा नेतृत्व ने दस्तावेज इक्कठे करने शुरू कर दिए हैं.
कैसे जुटा रहे दस्तावेज :
सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने कल एक पत्र जारी कर प्रत्याशियों प्रमुख नेताओं, निवर्तमान पदाधिकारियों, को कहा है कि अखिलेश यादव को चुनाव आयोग में मतदाता सूची में गलत ढंग से काटे गए नामों की सूची सबूत और दस्तावेज सहित जमा करना है. जिसकी वजह से अपने विधानसभा क्षेत्र और प्रत्येक बूथ की मतदाता सूची में गलत ढंग से काटे गए नामों की सूची बना ली जाए. यही नहीं मतदाता सूची में दर्ज नाम और कटे ना दोनों की मतदाता सूची के पेज भी एकत्र कर लें. इसके अलावा पत्र में यह भी कहा गया है कि गलत ढंग से जिसका नाम काटा गया है उस व्यक्ति का शपथ पत्र भी देना होगा. शिकायत की फोटोकॉपी भी प्रदेश कार्यालय में जमा करनी होगी. सपा नेता पवन पांडे ने आज तक को बताया कि आदेश के बाद सभी नेता इस काम में लग गए हैं और पूरी कोशिश है कि 3 नवंबर को सभी दस्तावेज से पार्टी कार्यालय में सौंप दिया जाए.