
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गृह जिला होने के नाते गोरखपुर के पंचायत चुनाव पर सभी की निगाहें लगी हुई हैं. गोरखपुर में पंचायत चुनाव की पहले चरण में 15 अप्रैल को वोटिंग होनी है. पंचायत चुनाव में प्रधान बनने का क्रेज इतना ज्यादा है तमाम हिस्ट्रीशीटर खुद ही मैदान में हैं या फिर अपने परिवार को चुनावी रण में उतार दिया है. जिले में 100 से ज्यादा हिस्ट्रीशीटर खुद चुनाव लड़ रहे हैं या फिर अपने परिजनों को मैदान में उतारा है.
गोरखपुर जिले में दागियों का नाम आते ही पुलिस प्रशासन भी चौकन्ना हो गया है. पुलिस ने अपने-अपने एरिया में निगरानी बढ़ा दी है साथ ही पुलिस ने उन्हें हिदायत भी दे दी है कि यदि इस गांव में कोई घटना होती है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी इन अपराधियों की ही होगी. इतना ही नहीं पुलिस पंचायत चुनाव के शपथ पत्र की जांच में भी जुट गई है कि कहीं शपथ पत्र में गलत जानकारी तो नहीं दी गई है.
जिले में सबसे अधिक अपराधी छवि के नेता बड़हलगंज थाना क्षेत्र में चुनाव लड़ रहे हैं, यहां लगभग दर्जनभर अपराधियों के परिवार के सदस्य चुनावी मैदान में हैं. खोराबार थाना क्षेत्र के तीन हिस्ट्रीशीटर खुद चुनाव मैदान में हैं जिसमें पहला नाम शिवशरण पुत्र छेदी मल्लाह टोला से प्रधान पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं, दूसरा नाम राणा प्रताप का है, जो बीडीसी पद का प्रत्याशी है. ये राम लखना गांव का निवासी है. बेलीपार थाना क्षेत्र के चार हिस्ट्रीशीटर चुनावी मैदान में है, जिसमें सर्वाधिक चर्चित भौवापार क्षेत्र से धर्मेंद्र सिंह प्रधान पद प्रत्याशी हैं. गुलरिया थाना क्षेत्र से दो हिस्ट्रीशीटर जिसमें बंनगाईगांव से रामधनी निषाद और अकेला गांव से रामधनी पासवान चुनाव मैदान में अपना किस्मत आजमा रहे हैं
पिपराइच थाना क्षेत्र से मात्र एक हिस्ट्रीशीटर जो जंगल धूषण ब्लॉक रामाश्रय निषाद प्रधान पद से प्रत्याशी हैं. यही हाल पीपीगंज थाना क्षेत्र के ग्राम सभा नयनसर का रहने वाले चर्चित अपराधी और हिस्ट्रीशीटर ओम प्रकाश की पत्नी प्रधान पद की प्रत्याशी का है. पीपीगंज क्षेत्र के राजा बारी गांव के चुम्मन यादव की पत्नी प्रधान पद की प्रत्याशी हैं, हिस्ट्रीशीटरों की सूची में जसवल गांव के निवासी आनंद निषाद की पत्नी ग्राम प्रधान पद की प्रत्याशी हैं. इसी क्षेत्र के ही पंजगांवा अपराधी और हिस्ट्रीशीटर अश्वनी सिंह की पत्नी प्रधान पद की प्रत्याशी हैं.
पीपीगंज क्षेत्र के ही अखिलेश उर्फ भोला यादव के भाई की बहू जिला पंचायत सदस्य की प्रत्याशी हैं. ऐसे ही चर्चित गांव भीटी तिवारी के चर्चित हिस्ट्रीशीटर धीरेंद्र मोहन तिवारी उर्फ डिस्को तिवारी की भाभी प्रधान पद की प्रत्याशी हैं. फुलवरिया गांव से हिस्ट्रीशीटर मुक्तेश्वर यादव उर्फ मुक्तिनाथ यादव प्रधान ही प्रत्याशी हैं जबकि तुर्कवलिया के हिस्ट्रीशीटर योगेंद्र यादव का भाई चुनाव मैदान में है. हालांकि, हिस्ट्रीशीटर योगेंद्र यादव अभी भी जेल में बंद है
कैंपियरगंज थाना भी पीछे नहीं है यहां पर चार हिस्ट्रीशीटर चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जिसमें गेरुई खुर्द के रहने वाले राजू यादव अपनी पत्नी पूनम देवी और लक्ष्मीपुर गांव के निवासी जीतन यादव की पत्नी प्रमिला और राजपुर निवासी रमेश सिंह की पत्नी अनीता सिंह और वही बजही खोखरी दीनानाथ यादव ग्राम प्रधान पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं.
बेलघाट थाना क्षेत्र तो सबसे आगे निकला यहां मानवेंद्र सिंह क्षेत्र पंचायत सदस्य पद पर निर्विरोध घोषित हो गए हैं गोला थाना क्षेत्र में बारानगर का हिस्ट्रीशीटर जयप्रकाश यादव अपनी भाभी संध्या को चुनाव मैदान में उतारा है. उरुवा थाना क्षेत्र में भी हिस्ट्रीशीटर विश्वजीत सिंह और रजनीश यादव चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
बांसगांव क्षेत्र से छह हिस्ट्रीशीटरो के परिवार चुनाव मैदान में हैं, जिसमें दुर्गा यादव धौसा ग्राम सभा से, प्रजापति उर्फ झनने शुक्ला साइताल ग्राम सभा से, राधे यादव धस्का ग्राम सभा से, सुरेंद्र सिंह व वीरेंद्र पिपरा पीतांबर, कैलाश ढाड़ी ग्राम सभा से चुनाव लड़ रहे हैं. सिकरीगंज थाना क्षेत्र में हिस्ट्रीशीटरों का तो अर्धशतक है, जहां पूर्व प्रमुख विनोद सिंह खुद और उनकी पत्नी शालिनी दोनों निर्विरोध पंचायत सदस्य चुन लिए गए हैं. वहीं, बारी गांव निवासी पवन सिंह अपनी पत्नी खुशबू सिंह को पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा रहे हैं. इसी तरह इमली डीह बुजुर्ग गांव के किसी चिंते लाल अपने भाई की पत्नी को ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ा रहे हैं.