
उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में अलीगढ़ जिले में चौथे और अंतिम चरण में 29 अप्रैल को वोटिंग है. सूबे में बसपा के अलीगढ़ जिले से पूर्व विधायक प्रमोद गौड़ का एकलौता परिवार है, जिसमें एक दो नहीं बल्कि 7 सदस्य निर्विरोध बीडीसी चुने गए हैं. अलीगढ़ के खैर ब्लॉक क्षेत्र के सात वार्डों से बसपा के पूर्व विधायक प्रमोद गौड़ सहित उनकी पत्नी, पुत्र-पुत्रवधू और परिवार के सदस्य ने वोटिंग से पहले ही जीत का परचम लहरा दिया है. ऐसे में देखना है कि खैर ब्लॉक प्रमुख सीट पर प्रमोद गौड़ परिवार क्या अपना कब्जा जमा पाएगा?
बता दें कि पिछले तीन दशक से 1 खैर ब्लॉक प्रमुख पर पूर्व विधायक प्रमोद गौड़ का सियासी वर्चस्व कायम है. साल 1989 से यहां की राजनीति में पूर्व विधायक किंगमेकर की भूमिका निभा रहे हैं. ऐसे में खैर ब्लॉक के तहत कुल 94 बीडीसी सदस्य वार्ड है. इनमें से सात वार्डों से क्षेत्र पंचायत सदस्य (बीडीसी) के लिए बसपा के पूर्व विधायक के सात परिजन निर्विरोध चुने गए है.
पूर्व विधायक प्रमोद गौड़ खैर ब्लॉक के वार्ड 69 वार्ड से बीडीसी पद के लिए चुनावी मैदान में थे, जिनके खिलाफ कोई भी प्रत्याशी मैदान में नहीं उतरा. ऐसे में वो निर्विरोध चुने गए हैं. ऐसे ही 51 बाजिदपुर से उनके बेटे व निर्वतमान ब्लाक प्रमुख दिवाकर गौड़ भी चुने गए. इसके अलावा वार्ड नंबर 57 तेहरा से सौम्या गौड़, 60 विहारीपुर प्रथम से प्रशंसा गौड़, 67 भानौली से पूर्व ब्लाक प्रमुख रेखा गौड़, 61 विहारीपुर द्वितीय से कुसुम गौड़, 68 सहरोई से प्रभाकर गौड़ निर्विरोध चुने गए. ये सभी सदस्य पूर्व विधायक प्रमोद गौड़ के परिवार के हैं.
पूर्व विधायक व उनके परिवारीजनों ने विभिन्न सात वार्डो से बीडीसी के लिए नामांकन किया था. इनमें कुछ स्थानों पर अन्य प्रत्याशियों ने भी नामांकन किया था, लेकिन गांवों में हुई पंचायत के बाद बुधवार को पूर्व विधायक के परिवार के सदस्य के सामने खड़े प्रत्याशियों ने अपने नामांकन वापस ले लिया था. इसी के चलते सभी सदस्य निर्विरोध निर्वाचित किए गए. ऐसे में पूर्व विधायक की पुत्रवधू के ब्लॉक प्रमुख बनने की स्थिति हुई मजबूत हो गई.
अलीगढ़ के खैर ब्लाक में पूर्व विधायक की पुत्रवधु का ब्लाक प्रमुख चुना जाना लगभग तय है. पूर्व विधायक, उनकी पत्नी रेखा गौड़ व उनके पुत्र दिवाकर गौड अब तक ब्लाक प्रमुख रह चुके है. इस बार खैर ब्लाक प्रमुख की सीट महिला के लिए आरक्षित है. ऐसे में पूर्व विधायक के पुत्रवधु के जीत की पूरी संभावना बन गई है.
बसपा जिलाध्यक्ष रतन दीप सिंह ने कहा कि जनता एक बार फिर से बसपा की ओर देख रही है. प्रदेशभर में हर वर्ग के लोग परेशान हैं. वर्तमान सरकार हर स्तर पर फेल है. इस वजह से अब नतीजे जनता के सामने हैं कि निर्विरोध ही हमारे लोग जीत रहे हैं. इस पंचायत चुनाव में शानदार नतीजे आने वाले हैं. बता दें अलीगढ़ के जिला पंचायत सदस्य के चुनाव पर भी बसपा की नजर है.