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उत्तर प्रदेश में आज ब्लॉक प्रमुख पद के लिए चुनाव हुए. कई जगह से भाजपा और विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की भी खबरें आईं. लेकिन वाराणसी के विद्यापीठ ब्लॉक पर खास 'कैरी बैग चर्चा का विषय बने रहे. दरअसल, यहां ज्यादातर बीडीसी सदस्य वोटरों के हाथ में एक खास तरह का झोला यानी बैग देखने को मिला. इस बैग में वोटरों ने अपने प्रमाण पत्रों के साथ वोटर आईडी रखा हुआ था. एक वोटर ने बताया कि उन लोगों के बीच प्रत्याशी की ओर से होटल में दावत देने के बाद ये झोला बांटा गया था.
वाराणसी में आठ ब्लॉक में से चार पर शनिवार को मतदान हुआ. लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा विद्यापीठ ब्लॉक की रही. यहां प्रत्याशी के समर्थक भी मतदान स्थल के बाहर जेब में नोटों की गड्डी लेकर घूमते नजर आए. हालांकि, जब इस मामले में अधिकारियों से पूछा गया तो उन्होंने जानकारी ना होने की बात कही.
लाइन में लगे वोटरों के हाथ में था झोला
विद्यापीठ ब्लॉक में वोटिंग के लिए लाइन में लगे मतदाताओं के पास खास तरह का कैरी बैग दिखा. इसमें एक होटल का नाम और रेस्टोरेंट का नाम छपा हुआ था. इस बारे में पूछे जाने पर एक बीडीसी सदस्य ने बताया कि होटल में दावत के दौरान उन्हें ये झोले प्रत्याशी की ओर से मिले थे.
भाजपा समर्थित उम्मीदवार ने दी थी दावत
बीडीसी सदस्य ने बताया कि भाजपा समर्थित उम्मीदवार रेनू पटेल ने शहर के एक बड़े होटल में सभी सदस्यों को दावत दी थी. इस दौरान ये कैरी बैग बांटे गए थे. इसमें वोटर अपना प्रमाणपत्र रखकर मतदान स्थल पहुंचे. उन्होंने बताया कि प्रत्याशी रेनू पटेल ने उनसे उनका सर्टिफिकेट लिया था और झोले में रखकर वापस दिया था. इस दावत में करीब 20 सदस्य शामिल हुए थे.
नोटों की गड्डी डालकर घूमता दिखा समर्थक
इसके अलावा मतदान स्थल पर एक चौंकाने वाली तस्वीर भी सामने आई. यहां रेनू पटेल का समर्थक अपने कुर्ते की जेब में 500 रुपए के नोटों की गड्डी रखकर घूमता नजर आया. वह लगातार बीडीसी सदस्यों से संपर्क कर रहा था.
क्या बोले अधिकारी?
वहीं, इन मामलों पर नोडल अधिकारी और एडीएम सिविल सप्लाई नलिनी कांत सिंह ने बताया कि निर्वाचन आयोग के मुताबिक, झोला लाने पर रोक नहीं है. वहीं, होटल में दावत की बात है तो उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा, नोटों की गड्डी रखकर घूमते समर्थक के बारे में भी कोई जानकारी नहीं मिली. अगर इस मामले में शिकायत मिलती है तो वे जांच कर कार्रवाई करेंगे.