
यूपी में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होने को हैं. ऐसे में तमाम पार्टियां पंचायती चुनाव जीतने के लिए कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाह रही हैं. पार्टियां ऐसे चर्चित और बड़े चेहरों को भी उतार रही हैं जो राजनीति में बड़ा मुकाम हासिल कर चुके हैं और ये चेहरे उनके लिए जीत की सौगात ला सकते हैं.
ऐसे में बीजेपी ने पूर्व सांसद रहे एवं श्रावस्ती जिले के पूर्व मंत्री रह चुके दद्दन मिश्रा जैसे दिग्गज को पंचायत चुनाव में उतार दिया है. भाजपा नेतृत्व ने दद्दन मिश्रा को उतार कर चुनावी जीत के लिए अपना ट्रम्प कार्ड खेल दिया है. श्रावस्ती के वार्ड नंबर 17 गिलौला चतुर्थ से,बीजेपी ने अपने ही पार्टी से पूर्व सांसद रहे और बसपा सरकार में चिकित्सा शिक्षा मंत्री रहे दद्दन मिश्रा को उम्मीदवार बनाया है ताकि आसानी से ऐसी शख्सियत के नाम पर,चुनाव को लड़ कर जीता जा सके.
इसी तरह वीपी सिंह सरकार में केंद्र में मंत्री रहे भानु प्रताप सिंह की बेटी तेजस्वरी सिंह को बरेली के फतेहगंज पश्चिमी तृतीय से उम्मीदवार बनाया गया है.जिला बरेली के पूर्व मेयर व विधायक रहे सुभाष पटेल की पत्नी रश्मि पटेल को वार्ड नंबर 57 से प्रत्याशी घोषित किया गया है.
वहीं सहारनपुर में बसपा के पूर्व विधायक मनोज चौधरी ने 2017 में सहारनपुर देहात से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था इसी नाते बीजेपी ने उनकी पत्नी पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकीं गायत्री चौधरी को वार्ड नंबर 35 रामपुर मनिहारान तृतीय से अपना उम्मीदवार बनाने की घोषणा की है.
आगरा की बात करें तो आगरा के पूर्व सांसद एवं पूर्व मंत्री बाबू रामलाल की पुत्रवधू सीमा चौधरी को वार्ड-नंबर 20 अक्षनेरा चतुर्थ से अपना कैंडिडेट बनाया है. वहीं आगरा से ही पूर्व जिलाध्यक्ष रह चुके श्याम भदौरिया की पत्नी पूजा भदोरिया को वार्ड नंबर 28 जगनेर से उम्मीदवार बनाकर वोट बैंक को साधने की कोशिश बीजेपी द्वारा की गई है.
ठीक इसी तरह बाराबंकी में भी पंचायत चुनाव की घोषणा होने के उपरांत कई दिग्गज नेता मैदान में उतर गए हैं.जिसमें से एक नेता राम सागर रावत भी हैं जो बाराबंकी जिले से 4 बार सांसद रह चुके हैं और अब पंचायत चुनाव में जिला पंचायत सदस्य पद के लिए मैदान में उतर कर अपनी किस्मत आजमाएंगे.
बताया जाता है कि राम सागर रावत समाजवादी पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव के काफी करीबी हैं और रावत का सपा से काफी पुराना नाता है. राम सागर मुलायम सिंह यादव के साथ-साथ,अखिलेश के भी करीबी माने जाते हैं.खुद इनके पुत्र राम मगन रावत दो बार सपा से विधायक रह चुके हैं.जिला बाराबंकी में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हो गई है ऐसे में अब जिला पंचायत अध्यक्ष के पद को हासिल करने के लिए राम सागर रावत को पहले डीडीसी का चुनाव जीतना होगा. इसके उपरांत सारे सदस्य मिलकर जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए वोट करेंगे और एक सदस्य को जिला पंचायत अध्यक्ष बनाएंगे.
हालांकि पूर्व सांसद के पंचायत चुनाव में उतरने से बाराबंकी की राजनीतिक गतिविधियों की हलचलें तेज हो गई हैं क्योंकि 4 बार सांसद रह चुके राम सागर रावत का जिला पंचायत सदस्य के लिए चुनाव मैदान में आकर लड़ना बाराबंकी जिला पंचायत चुनाव के लिए चर्चा का विषय बन गया है और अन्य पार्टियों को लिए बाराबंकी में रावत के समक्ष प्रत्याशी उतारना काफी मुश्किलों भरा होगा.