
उत्तर प्रदेश के मत्स्य विकास विभाग के मंत्री डॉ. संजय निषाद ने प्रदेश के अधिकारियों पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि यूपी सरकार में कुछ अधिकारी ऐसे हैं जो अंदर से हाथी और साइकिल हैं और बाहर से कमल हैं. दरअसल, माना जा रहा है कि संजय निषाद ने इशारों-इशारों में ये कहने की कोशिश की है कि यूपी के कुछ अधिकारी हाथी यानी की बहुजन समाज पार्टी और साइकिल यानी कि समाजवादी पार्टी के समर्थक हैं.
संजय निषाद ने कहा कि ऐसे अधिकारी कहीं न कहीं छिपे रहते हैं, जो समय पर अपना चरित्र दर्शाते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे अधिकारियों की वजह से उन जन प्रतिनिधियों को परेशान होना पड़ता है जो सरकार समर्थक हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे कुछ अधिकारियों के खिलाफ जांच भी हो रही है.
संजय निषाद बोले- अपनी ही सरकार पर सवाल नहीं खड़े कर सकते हैं
यूपी सरकार के मंत्री संजय निषाद ने कहा कि हम अपनी ही सरकार पर प्रश्न चिन्ह नहीं खड़ा कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने कैबिनेट के मंत्रियों की बात तो सुनते ही हैं लेकिन कई मंत्रियों और जनप्रतिनिधियों को सपा और बसपा समर्थित अधिकारियों की वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
मुख्यमंत्री योगी द्वारा मंत्रियों की बात सुनने वाले बयान पर जब संजय निषाद से पूछा गया कि अगर ऐसे है तो फिर मंत्री दिनेश खटीक को पत्र क्यों लिखना पड़ा? इसके जवाब में संजय निषाद ने कहा कि ये उनका निजी मामला है, हम तो हमेशा बैठकों में आते हैं, कैसे नहीं बुलाया जाएगा? संजय निषाद ने ये भी कहा कि अभी तो हमारे समाज की अपेक्षा नहीं हुई है अगर हुई तो देखूंगा क्या करना है.
मंत्री दिनेश खटीक ने अमित शाह को भेजा था अपना इस्तीफा
बता दें कि योगी सरकार में जलशक्ति विभाग के राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने बुधवार को अपना इस्तीफा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भेजा था. इस इस्तीफे में दिनेश खटीक ने अधिकारियों पर तवज्जो न देने और दलितों को उचित मान-सम्मान न मिलने का आरोप लगाया था. ऐसी जानकारी है कि दिनेश खटीक ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राजभवन को भी भेज दिया था.
खटीक ने लगाया था आरोप, कहा था- बैठक की नहीं मिलती सूचना
जलशक्ति विभाग के राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने आरोप लगाया है कि दलित होने की वजह से विभाग में उनकी सुनवाई नहीं होती और न ही किसी बैठक की सूचना उन्हें दी जाती है. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्यमंत्री के अधिकार के तौर पर सिर्फ गाड़ी दे दी गई है. मंत्री दिनेश खटीक ने ट्रांसफर के मामलों में बड़े भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं.
अधिकारी भी नहीं देते जानकारी: खटीक
तबादले में गड़बड़ी को लेकर जब दिनेश खटीक ने अधिकारियों से जानकारी मांगी तो उन्हें अबतक जानकारी नहीं दी गई. प्रमुख सचिव सिंचाई पर आरोप लगाते हुए राज्य मंत्री दिनेश खटीक ने कहा कि फोन करने पर बिना पूरी बात सुने उन्होंने फोन काट दिया. मंत्री ने नमामि गंगे योजना में भी भ्रष्टाचार की बात कही है.